भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मैचों के दौरान खिलाड़ियों के मैदान पर भिड़ने का पुराना इतिहास रहा है और फिरोजशाह कोटला मैदान पर चल रहा चौथा और आखिरी टेस्ट मैच भी इससे अछूता नहीं रहा.
मैच के दूसरे दिन भारतीय पारी के 51वें ओवर में डेविड वार्नर ने भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के पिच पर दौड़ने की शिकायत अंपायर अलीम दार से की. जब दार और धोनी बात कर रहे थे तभी रविंदर जडेजा ने पानी मंगाया.
इस पर वार्नर ने इस भारतीय आलराउंडर पर ताने कसे. अंपायर ने भी वार्नर को इशारा किया कि वह जडेजा से बात कर रहे हैं. इस बीच जडेजा ने वार्नर के लिये बल्ले से आपत्तिजनक इशारा कर दिया.
वार्नर भड़क उठे और जडेजा के ऊपर बड़बड़ाते हुए उनकी तरफ बढ़े. ऑस्ट्रेलिया के कार्यवाहक कप्तान शेन वाटसन बीच बचाव के लिए आए र उन्होंने वार्नर को समझा बुझाकर वापस भेजा. इसके बाद वाटसन और धोनी के बीच भी बातचीत हुई.
दोनों अंपायरों ने भी ड्रिंक्स ब्रेक के दौरान दोनों कप्तानों से बात की. भारत और ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों के बीच मैदान पर भिड़ने की सबसे मशहूर घटना भारतीय टीम के 2008 के ऑस्ट्रेलियाई दौरे में सिडनी में घटी थी. तब हरभजन सिंह और एंड्रयू साइमंड्स आपस में भिड़ गये थे.
यह मामला इतना आगे बढ़ा कि सीरीज पर खतरे के बादल मंडराने लग गये थे. उसके बाद जब ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत दौरे पर आई तो कोटला पर ही वाटसन और गौतम गंभीर के बीच तीखी नोंकझोंक हुई थी. गंभीर ने वाटसन पर कोहनी मार दी थी और इस वजह से उन्हें एक मैच का प्रतिबंध झेलना पड़ा था.