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लॉर्ड्स टेस्टः धोनी की कप्तानी में 'चूक' से इंग्लैंड को मिली बढ़त

इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स टेस्ट में टीम इंडिया के कैप्टन कूल एम एस धोनी को लगातार आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है. मैच के दूसरे दिन भुवनेश्वर कुमार से ज्यादा ओवर करवा कर विवादों में घिरे धोनी पर तीसरे दिन उनका सही इस्तेमाल नहीं करने का आरोप भी लगा है.

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धोनी की कप्तानी में 'चूक' से इंग्लैंड को मिली बढ़त
धोनी की कप्तानी में 'चूक' से इंग्लैंड को मिली बढ़त

इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स टेस्ट में टीम इंडिया के कैप्टन कूल एम एस धोनी को लगातार आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है. मैच के दूसरे दिन भुवनेश्वर कुमार से ज्यादा ओवर करवा कर विवादों में घिरे धोनी पर तीसरे दिन उनका सही इस्तेमाल नहीं करने का आरोप भी लगा है.

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पढ़ें: ... तो भुवी का 'मिसयूज' कर रहे हैं धोनी!

मैच में सफलतम गेंदबाज भुवी का सही इस्तेमाल न करने की वजह से ही इंग्लैंड पहली पारी में भारत पर 24 रन की बढ़त पाने में सफल रहा. भुवी इस सीरीज में बेहद शानदार गेंदबाजी कर रहे हैं. ट्रेंट ब्रिज में हुए पहले टेस्ट मैच में उन्होंने करियर में पहली बार पारी में पांच विकेट हासिल किए, और अब लॉर्ड्स में उन्होंने 82 रन देकर छह विकेट चटकाकर अपना नाम लॉर्ड्स के ऑनर बोर्ड पर दर्ज करवा लिया है.

दूसरे दिन भुवी ने झटके थे 4 विकेट
मैच के दूसरे दिन हासिल किए गए चार में से तीन विकेट भुवनेश्वर ने नर्सरी छोर से लिए थे. वास्तव में भुवी नर्सरी छोर से बेहद प्रभावी हैं और उन्हें अधिकतर उसी छोर से गेंदबाजी का मौका देना चाहिए था. कारण यह है कि क्रीज के पवेलियन छोर पर अपेक्षाकृत अधिक घास है, जिसका भुवनेश्वर ने स्विंग हासिल करने के लिए बेहतरीन इस्तेमाल किया.

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पवेलियन छोर से हवा भी तेज चल रही थी, लेकिन उसकी दिशा में लगातार बदलाव होता रहा. खेल शुरू होने से पहले करीब एक घंटे बारिश भी हुई थी. आसमान बादलों से ढका था और गेंद भी सिर्फ छह ओवर पुरानी थी. कुल मिलाकर भुवनेश्वर को नर्सरी छोर से गेंदबाजी के लिए बुलाना एकदम अनुकूल था.

भुवी को लेकर धोनी की फैसला गलत!
खेल के तीसरे दिन लेकिन धोनी ने भुवनेश्वर को नर्सरी छोर की बजाय पवेलियन छोर से गेंदाबजी सौंपी, और भुवनेश्वर अपने शुरुआती तीन ओवर के स्पेल में पिच का खास फायदा नहीं उठा सके. यहां तक कि इशांत शर्मा भी नर्सरी छोर का फायदा उठाने में नाकाम रहे. और लियाम प्लंकेट ने करियर का पहला पचासा ठोक डाला.

नर्सरी छोर पर आकर फिर चमके भुवी...
धोनी ने जैसे ही भुवनेश्वर का छोर बदलकर उन्हें नर्सरी छोर से गेंदबाजी के लिए बुलाया, उन्होंने एक ही ओवर में बेन स्टोक्स और स्टुअर्ट ब्रॉड के विकेट चटका दिए. इंग्लैंड को 24 रनों की मिली यह बढ़त भले बड़ी बढ़त न हो पर टीम को मानसिक स्थिरता प्रदान करने के लिए बढ़त नाम ही काफी होता है. सही फैसले के जरिए धोनी यह मानसिक बढ़त अपने बल्लेबाजों को दिला सकते थे, लेकिन वे इसका मौका चूक गए.

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