टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के बार में जहां कई दिग्गज क्रिकेटरों का कहना है कि मैदान पर उनके निर्णय लेने की क्षमता लाजवाब है वहीं वेस्टइंडीज के दिग्गज तेज गेंदबाज माइकल होल्डिंग का मानना है कि टेस्ट मैचों में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में नयेपन की कमी है. साथ ही उनका यह भी कहना है कि वो परिस्थितियों का पूर्वानुमान भी लगाने में कमजोर हैं. टीम इंडिया अगले साल ऑस्ट्रेलिया में होने वाले क्रिकेट वर्ल्ड कप के लिेए प्रबल दावेदार है.
होल्डिंग का यह भी मानना है कि भारतीय वनडे टीम की कप्तानी करना मुश्किल काम नहीं है. भारत ने धोनी की कप्तानी में काफी टूर्नामेंट जीते लेकिन हाल में विशेषकर टेस्ट मैचों में उनकी नेतृत्वक्षमता की काफी आलोचना हुई. होल्डिंग ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि (धोनी के साथ) वनडे कप्तानी में कोई दिक्कत है लेकिन लंबी अवधि के मैचों में यह मसला है. मैं नहीं मानता कि वह लंबी अवधि के फॉर्मेट में बहुत अधिक मौलिक और पूर्वानुमान लगाने में माहिर है. लेकिन वनडे में कप्तानी करना मुश्किल नहीं है और इसलिए भारत वर्ल्ड कप में उनके नेतृत्व में अच्छा प्रदर्शन कर सकता है.’
होल्डिंग का मानना है कि वर्तमान समय में अधिकतर खिलाड़ी अपना वनडे और टी20 करियर लंबा खींचने के लिये टेस्ट क्रिकेट को नजरअंदाज करते हैं. उनका मानना है कि वर्तमान समय के क्रिकेटरों के लिये टेस्ट और सीमित ओवरों में से किसी एक का चयन करना मुश्किल काम नहीं है. उन्होंने कहा, ‘केवल वही (धोनी) नहीं बल्कि अधिकतर क्रिकेटरों की प्राथमिकता सीमित ओवरों की क्रिकेट है.’
ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में अगले साल के शुरू में होने वाले वर्ल्ड कप में भारत की संभावना के बारे में होल्डिंग ने कहा, ‘मैं इसकी भविष्यवाणी नहीं कर सकता. वनडे क्रिकेट में ऐसा करना बहुत मुश्किल है. यह इस पर निर्भर करता है कि उस दिन कौन सी टीम अच्छा खेलती है.’ उन्होंने कहा, ‘हां उनके (भारत) पास खिताब का बचाव करने के लिये अच्छी टीम है. मेरा मानना है कि चार या पांच ऐसी टीमें हैं जिनकी जीत की वास्तविक संभावना है लेकिन यह यह उस दिन के प्रदर्शन पर निर्भर करता है. आपकी टीम में बड़े नाम होने की यह गारंटी नहीं है कि आप अच्छा खेल ही दिखाओगे.’
लेकिन क्या भारत के पास ऑस्ट्रेलियाई परिस्थितियों में अच्छा प्रदर्शन करने लायक गेंदबाज हैं, इस पर होल्डिंग ने कहा, ‘यदि आपने बहुत अच्छा स्कोर नहीं बनाया हो तो फिर अधिक विकेट नहीं ले सकते. पिछली बार भारत ने घरेलू सरजमीं पर वर्ल्ड कप जीता था और आपने देखा होगा कि उन्होंने कैसे इसे जीता. उन्होंने बड़े लक्ष्य हासिल किये.’ इनपुटः भाषा से