इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में मिली शर्मनाक हार के सबसे बड़े दोषी टीम इंडिया के बल्लेबाजों को ठहराया जा रहा है. मेहमान टीम के दो दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा ने इस सीरीज में शर्मनाक रिकॉर्ड्स बनाए, जबकि कुछ टॉप ऑर्डर के बल्लेबाजों का औसत लोअर ऑर्डर के बल्लेबाजों से भी कम रहा.
कोहली ने इस सीरीज की दस पारियों में 13.40 की औसत से केवल 134 रन बनाए. दिलचस्प बात ये है कि उनसे अधिक एक्स्ट्रा रन थे. भारत के खाते में 177 एक्स्ट्रा रन जुड़े. रविंद्र जडेजा ने आठ पारियों में इतने ही रन बनाए. कोहली की तरह शिखर धवन (122) और स्टुअर्ट बिन्नी (118) ने अतिरिक्त रनों से कम रन बनाए.
टॉप ऑर्डर चार बल्लेबाजों, जिन्होंने किसी टेस्ट सीरीज की 10 या इससे अधिक पारियां खेली हों, उनके खराब प्रदर्शन की लिस्ट में कोहली दूसरे नंबर पर हैं. संयोग से रिकॉर्ड भारत के ही चंदू सरवटे के नाम पर था, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया के 1947-48 के दौरे में दस पारियों में केवल 100 रन बनाए थे. इंग्लैंड के मैट प्रायर और बेन स्टोक्स को छोड़कर बाकी सभी खिलाडि़यों का औसत कोहली से बेहतर रहा.
पुजारा की बात करें तो भारत के नंबर तीन बल्लेबाज के रूप में उनका इंग्लैंड में प्रदर्शन सबसे खराब रहा. पुजारा ने दस पारियों में 22.20 की औसत से 222 रन बनाए. इंग्लैंड में कम से कम पांच या इससे अधिक पारियां खेलने वाले भारत के नंबर तीन बल्लेबाज का यह सबसे खराब प्रदर्शन है. इससे पहले राहुल द्रविड़ ने 2007 में छह पारियों में 126 रन बनाए थे, लेकिन उनका औसत पुजारा से थोड़ा बेहतर 25.20 था.
भारत की तरफ से सीरीज में मुरली विजय ने सर्वाधिक 402 रन बनाए, लेकिन उनका औसत 40.20 रहा जबकि इंग्लैंड के चार बल्लेबाजों का औसत 65 रन प्रति पारी से भी अधिक रहा. जोए रूट ने 103.60 की औसत से सीरीज में सबसे ज्यादा 518 रन बनाए. गैरी बैलेंस 71.85 की औसत से 503 रन बनाकर दूसरे स्थान पर रहे.
भारतीय बल्लेबाजों में कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने 349 रन बनाए और उनका औसत 34.90 रहा, जबकि भुवनेश्वर कुमार ने 27.44 की औसत से 247 रन बनाए और उनका औसत पुजारा, कोहली, धवन, गौतम गंभीर और रोहित शर्मा जैसे टॉप ऑर्डर के बल्लेबाजों से बेहतर रहा. यहां तक कि मोहम्मद शमी (19.75) ने भी कोहली, रोहित और गंभीर से बेहतर औसत से रन बनाए.
गंभीर ने चार पारियां खेली लेकिन वह 6.25 की औसत से केवल 25 रन बना पाए. गेंदबाजी में इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन 20.60 की औसत से सर्वाधिक 25 विकेट लिए, जबकि मोईन अली और स्टुअर्ट ब्रॉड ने 23.00 के समान औसत से 19-19 विकेट लिए. भारत के भुवनेश्वर ने भी 19 विकेट हासिल किए, लेकिन उनका औसत 26.63 रहा. ईशांत शर्मा ने 27.21 की औसत से 14 विकेट लिए. भारत के केवल यही दो गेंदबाज सीरीज में दस से अधिक विकेट हासिल कर पाए.