विराट कोहली को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दिसंबर में होने वाले पहले टेस्ट मैच में कप्तानी की जिम्मेदारी दी गई है. पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन का मानना है कि इस एक मैच के परिणाम के आधार पर इस युवा खिलाड़ी की नेतृत्व क्षमता को जज नहीं किया जाना चाहिए.
अजहरुद्दीन ने कहा कि आपको एक टेस्ट के आधार पर कोहली का आकलन नहीं करना चाहिए. क्योंकि किसी को भी यह समझना चाहिए कि उन्हें धोनी के चोटिल होने की वजह से कप्तानी मिली है. इसलिए मुझे लगता कि हमें एक टेस्ट के आधार पर उनका आकलन नहीं करना चाहिए. हमें उन्हें अकेला छोड़ देना चाहिए. उन्हें अपने काम का मजा लेने दो और उनके बल्ले को जवाब देने को छोड़ देना चाहिए.
ऑस्ट्रेलिया में भारतीय टीम के मौकों के प्रति आश्वस्त अजहरुद्दीन ने कहा कि भारतीय टीम ऑस्ट्रेलियाई टीम की तुलना में काफी बेहतर दिख रही है और भारत को टेस्ट सीरीज जीतनी चाहिए. उन्होंने कहा, 'हमारी टीम बहुत अच्छी है और अगर वे आस्ट्रेलिया के खिलाफ नहीं जीत पाते हैं तो मुझे निराशा होगी. मुझे नहीं लगता कि ऑस्ट्रेलियाई टीम उतनी मजबूत है जितनी दो या तीन साल पहले हुआ करती थी.
वार्नर और एक या दो खिलाड़ियों को छोड़कर उसके पास कोई ऐसा खिलाड़ी नहीं है जो अंतर पैदा कर सके. दूसरी तरफ भारत के पास बहुत अच्छे खिलाड़ी हैं. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1992 में टेस्ट सीरीज और उसके बाद विश्व कप में भारत की अगुवाई करने वाले अजहरुद्दीन का मानना है कि इस क्रिकेट महाकुंभ से पहले सीरीज खेलना सकारात्मक संकेत है. उन्होंने कहा कि इससे आपको आस्ट्रेलियाई विकेट और परिस्थितियों का पता चल जाता है इसलिए मेरा मानना है कि यह अच्छा संकेत है. आपको इसे नकारात्मक नहीं बल्कि सकारात्मक रूप में लेना चाहिए.
-इनपुट भाषा