भारतीय ग्रैंडमास्टर द्रोणावल्ली हरिका ने वर्ल्ड महिला शतरंज चैंपियन के सेमीफाइनल में पहुंचकर स्वीडन की ग्रैंडमास्टर पिया क्रैमलिंग के साथ कांस्य पदक जीता. हरिका सेमीफाइनल में यूक्रेन की मारिया मुजीचुक से हार गयी थी जो बाद में चैंपियन बनी.
मुजीचुक ने चार बाजियों के फाइनल में रूस की नतालिजा पोगोनिना को 2.5-1.5 से हराकर खिताब जीता. इससे पहले उन्होंने भारतीय ग्रैंडमास्टर कोनेरू हंपी को हराया था. हंपी और हरिका दोनों के पास मुजीचुक को हराने के मौके थे लेकिन उक्रेन की खिलाड़ी आखिर में विजेता बनकर उभरी. हरिका ने सेमीफाइनल में पहुंचकर अगले साल विश्व चैंपियनशिप चक्र के लिये महिला ग्रां प्री में भी जगह बनाई है.
हंपी ने हाई रैंकिंग की वजह से पहले ही ग्रां प्री में अपना स्थान सुरक्षित कर दिया था. विजेता मुजीचुक को जीत पर 60 हजार डॉलर जबकि उप विजेता पोगोनिना को 30 हजार डॉलर मिले. हरिका अपना पदक हासिल करने के लिये रुकी रहीं. उन्हें 20 हजार डॉलर मिले. हरिका ने कहा, 'मैंने इस टूर्नामेंट की शुरुआत 12वीं वरीय के रूप में की थी. मुझे थोड़ी निराशा है कि मैं स्वर्ण पदक नहीं जीत पायीं, लेकिन कुल मिलाकर मुझे लगता है कि यह अच्छा परिणाम है. मैंने सर्वश्रेष्ठ शतरंज खेला और कड़ी परिस्थितियों में अपना अच्छा प्रदर्शन किया.'
-इनपुट भाषा