भारत की एथलीट दुती चंद एक बार फिर रेस ट्रैक पर दौड़ती दिखेंगी. कोर्ट ऑफ अरबिट्रेशन ऑफ स्पोर्ट्स (कैस) ने उन्हें बड़ी राहत देते हुए फिर से करियर शुरू करने की इजाजत दे दी है.
कैस ने दुती पर लगे प्रतिबंध को दो साल के लिए टाल दिया है. पिछले साल जुलाई में लगे इस बैन की वजह से ही अंडर-18 की चैंपियन दुती एशियाड और कॉमनवेल्थ गेम्स नहीं खेल सकी थीं . दुती ने खुद पर लगे बैन के खिलाफ अपील की जिसे कैस ने आंशिक तौर पर सही पाया. दरअसल दुती पर महिला नहीं पुरुष होने का आरोप था. इसे साइंटिफिक टर्म में हाइपरैंड्रोजेनिज्म कहते हैं.
इसके अनुसार कैस ने हाइपरैंड्रोजेनिज्म पर आईएएएफ के नियमों के खिलाफ दुती की अपील को आंशिक तौर पर सही पाया. इन नियमों के कारण यह एथलीट महिलाओं की प्रतियोगिताओं में हिस्सा नहीं ले पा रही थी. कैस ने अपने आदेश में कहा कि इसके कोई स्पष्ट सबूत नहीं है कि दुती ने अन्य की तुलना में टेस्टोस्टेरोन स्तर में बढ़ोतरी का फायदा उठाया.
दुती, भारतीय एथलेटिक्स महासंघ और अंतरराष्ट्रीय महासंघों के एथलेटिक्स संघ (आईएएएफ) के बीच मध्यस्थता प्रक्रिया पर अंतरिम आदेश देते हुए कैस ने वर्ल्ड एथलेटिक्स संस्था के हाइपर एंड्रोजेनिज्म से संबंधित नियम को दो साल के निलंबित कर दिया. इसके साथ कैस ने दुती को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने की अनुमति भी दे दी.
कैस ने अपने बयान में कहा, ‘हाइपर एंड्रोजेनिज्म नियम के निलंबित किए जाने के बाद दुती चंद को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय दोनों स्तर की एथलेटिक्स प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने की छूट दी जाती है. यदि आईएएएफ कैस पैनल द्वारा दिए गए दो साल के समय के अंदर कोई वैज्ञानिक सबूत पेश नहीं करता तो हाइपर एंड्रोजेनिज्म नियम को खत्म माना जाएगा.’
खेल मंत्री ने किया फैसले का स्वागत
खेल मंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने एथलीट दुती चंद को अपना कैरियर बहाल करने की अनुमति देने के खेल पंचाट के फैसले का स्वागत किया. सोनोवाल ने कहा, ‘महिला खेलों और भारतीय खेलों के लिए यह अच्छा दिन है. यह भारत के लिए शानदार जीत है.’
क्या है हाइपर एंड्रोजेनिज्म
हाइपर एंड्रोजेनिज्म महिलाओं में पुरुष जैसे लक्षण को कहते हैं. इस स्थिति में शरीर में टेस्टोस्टेरोन अत्यधिक मात्रा में बनता है. यह जीन की वजह से होता है. दुती चंद के टेस्ट में यह अधिक मात्रा में पाया गया था जिसके बाद पिछले साल कॉमनवेल्थ गेम्स से ठीक पहले उनपर प्रतिबंध लगाया गया. दुती ने इसके खिलाफ अपील की थी.