चैंपियंस ट्रॉफी के लीग चरण में इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया को 48 रनों से हराकर जीत से आगाज किया. इंग्लैंड की जीत के हीरो रहे इयान बेल, जिन्होंने 91 रनों की शानदार पारी खेली. इसके अलावा अंग्रेज गेंदबाजों की अनुशासित गेंदबाजी ने ऑस्ट्रेलिया को 270 रनों का लक्ष्य हासिल करने से रोका.
इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए छह विकेट पर 269 रन का स्कोर खड़ा किया, जिसके बाद जेम्स एंडरसन (30 रन पर तीन विकेट) और टिम ब्रेसनैन (45 रन पर दो विकेट) की धारदार गेंदबाजी से ऑस्ट्रेलिया को नौ विकेट पर 221 रनों पर ही रोक दिया.
स्टुअर्ट ब्राड ने भी 10 ओवर में 35 रन देकर एक विकेट चटकाया. भारत के खिलाफ अभ्यास मैच में सिर्फ 65 रन पर सिमटने वाली ऑस्ट्रेलिया टीम की समस्या इस मैच में भी जारी रही और टीम कभी जीत की दावेदार नहीं दिखी. कप्तान जॉर्ज बैली (55) और जेम्स फाकनर (42 गेंद में नाबाद 54) ने अर्धशतक जड़े लेकिन उन्हें अन्य बल्लेबाजों से अपेक्षित सहयोग नहीं मिला.
इससे पहले बेल ने 115 गेंद की अपनी पारी में सात चौके मारे. उन्होंने जोनाथन ट्रॉट (43) के साथ दूसरे विकेट के लिए 111 रन की साझेदारी की. टीम को 250 रन के पार पहुंचने में रवि बोपारा (37 गेंद में नाबाद 46) की अहम भूमिका रही जिन्होंने ब्रेसनैन (20 गेंद में 19 रन) के साथ आखिरी के 6.5 ओवर में 56 रन की अटूट साझेदारी की.
लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत धीमी रही और टीम 10 ओवर में 35 रन ही जोड़ सकी जबकि इस दौरान सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर का विकेट गंवाया. वार्नर ने ब्रॉड की गेंद को ड्राइव करने की कोशिश में विकेटकीपर जोस बटलर को कैच थमाया. उन्होंने 21 गेंद में नौ रन बनाए.
इंग्लैंड के कप्तान एलिस्टेयर कुक ने इसके बाद सलामी बल्लेबाज शेन वाटसन (24) और फिल ह्यूज (30) को जीवनदान दिया लेकिन ये दोनों इसका फायदा नहीं उठा पाए. ब्रेसनैन की गेंद को लेग साइड में खेलने की कोशिश में वाटसन गली में कुक को कैच देकर पवेलियन लौटे. ब्रेसनैन की गेंद वाटसन से बल्ले का किनारा लेने के बाद पैड से टकराकर हवा में उछली और कुक ने आसान कैच लपका. वाटसन ने 40 गेंद में सिर्फ एक चौका मारा.
जेम्स ट्रेडवेल और जो रूट की स्पिन जोड़ी ने ऑस्ट्रेलिया की रन गति पर अंकुश लगाया. इसी दबाव के बीच ह्यूज रूट की सीधी गेंद को एक्रॉस द लाइन खेलने की कोशिश में पगबाधा आउट हुए जिससे 26वें ओवर में ऑस्ट्रेलिया का स्कोर तीन विकेट पर 94 रन हो गया. ह्यूज ने 55 गेंद की अपनी पारी में तीन चौके मारे.
कप्तान बैली ने एक छोर संभाले रखा. उन्होंने स्ट्राइक रोटेट करने को तरजीह दी. ऑस्ट्रेलिया ने रन गति बढ़ाने के लिए 33वें ओवर में बल्लेबाजी पावर प्ले लिया लेकिन ब्रेसनैन ने पहले ओवर में ही एडम वोजेस (15) को बोल्ड कर दिया. एंडरसन ने इसके बाद अगले स्पैल के लिए वापसी करते हुए मिशेल मार्श (05) और मैथ्यू वेड (01) को पवेलियन भेजकर ऑस्ट्रेलिया की मुश्किलें बढ़ा दीं.
पावर प्ले के पांच ओवर में सिर्फ 16 रन बने जबकि टीम ने तीन विकेट गंवाए. बैली ने इस बीच ब्रेसनैन की गेंद पर दो रन के साथ 62 गेंद में अर्धशतक पूरा किया. वह हालांकि इसके बाद ट्रेडवेल की गेंद को उठाकर मारने की कोशिश में लांग आन पर रूट को आसान कैच दे बैठे जिससे ऑस्ट्रेलिया की रही सही उम्मीद भी टूट गई.
ऑस्ट्रेलिया को अंतिम 10 ओवर में जीत के लिए 116 रन की दरकार थी और उसके लिए यह लक्ष्य असंभव साबित हुआ. इससे पहले इंग्लैंड की टीम 36वें से 45वें ओवर तक 45 रन ही जोड़ सकी लेकिन बोपारा ने टीम को चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुंचाया. ऑस्ट्रेलिया की ओर से क्लाइंट मैकाय ने 38 जबकि जेम्स फाकनर ने 48 रन देकर दो-दो विकेट चटकाए.
कुक ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया और बेल के साथ 11.4 ओवर में 57 रन जोड़कर टीम को अच्छी शुरुआत दिलाई. दोनों ने 10 ओवर में टीम का स्कोर 54 रन तक पहुंचाया. कुक ने लय में आने के बाद विकेट गंवाया. उन्होंने वाटसन की ऑफ साइड से बाहर जाती गेंद को ड्राइव करने की कोशिश में विकेटकीपर मैथ्यू वेड को कैच दिया.
बेल और ट्रॉट ने इसके बाद शतकीय साझेदारी करते हुए 22 ओवर तक ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों को विकेट से महरूम रखा. दोनों की साझेदारी की शुरुआत धीमी रही और पहली 57 गेंद में सिर्फ एक चौका लगा जो ट्रॉट ने स्टार्क पर जड़ा.
बेल ने इस बीच एडम वोजेस की गेंद पर एक रन के साथ 70 गेंद में अर्धशतक पूरा किया. मिशेल मार्श ने 31वें ओवर में अपनी ही गेंद पर बेल का कैच छोड़ दिया. बेल इस समय 78 रन बनाकर खेल रहे थे. स्टार्क ने ट्रॉट को वेड के हाथों कैच कराके इस साझेदारी को तोड़ा. उन्होंने 56 गेंद की अपनी पारी में सिर्फ एक चौका मारा.
इंग्लैंड ने 36वें ओवर में अनिवार्य बल्लेबाजी पावर प्ले लिया लेकिन इस दौरान सिर्फ 23 रन जोड़े जबकि बेल और जो रूट (12) के विकेट गंवाए. फाकनर की सीधी गेंद को चूककर बेल बोल्ड हुए. मैकाय ने अगले ओवर में रूट को कप्तान बैली के हाथों कैच कराके इंग्लैंड का स्कोर चार विकेट पर 189 रन दिया.
मैकाय ने इयोन मोर्गन (08) जबकि फाकनर ने जोस बटलर (01) को आउट करके इंग्लैंड को करारे झटके दिए लेकिन बोपारा और ब्रेसनैन ने टीम को 250 रन के पार पहुंचा दिया. बोपारा ने अपनी पारी में तीन चौके और एक छक्का मारा जबकि ब्रेसनैन ने दो चौके जड़े.