लॉर्ड्स टेस्ट की दूसरी पारी में टीम इंडिया ने तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक चार विकेट खोकर 169 रन बना लिए हैं. ओपनर मुरली विजय 59 रन बनाकर क्रीज पर डटे हुए हैं, जबकि कप्तान एमएस धोनी 12 रन बनाकर नॉटआउट हैं. पहली पारी में 24 रन से पिछड़ने वाली टीम इंडिया ने दूसरी पारी में इंग्लैंड पर 145 रन की बढ़त बना ली है.
एक समय सिर्फ 123 रन के कुल योग पर ही भारत के चार विकेट पवेलियन लौट गए थे. लेकिन इसके बाद धोनी और मुरली विजय ने तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक संभलकर खेलते हुए और विकेट नहीं गिरने दिए. भारत को चौथा और दिन का आखिरी झटका अजिंक्य रहाणे के रूप में लगा. पहली पारी में शानदार शतक ठोंकने वाले रहाणे दूसरी पारी में 5 रन बनाकर आउट हो गए. उन्हें स्टुअर्ट ब्रॉड की गेंद पर विकेटकीपर प्रायर ने कैच आउट किया.
इससे पहले भारत को विराट कोहली के रूप में तीसरा झटका लगा. कोहली पहली ही गेंद पर बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए. उन्हें प्लंकेट ने बोल्ड किया. विराट से पहले अच्छी फॉर्म में दिख रहे चेतेश्वर पुजारा के रूप में भारत का दूसरा विकेट गिरा. पुजारा ने 43 रन बनाए और उन्हें प्लंकेट ने विकेटकीपर मैट प्रायर के हाथों कैच कराया. इससे पहले पुजारा ने मुरली विजय के साथ मिलकर 78 रन की साझेदारी की.
पहली पारी के आधार पर 24 रन पीछे रहने के बाद दूसरी पारी में टीम इंडिया को सिर्फ 40 रन के कुल योग पर ही पहला झटका लगा. ओपनर शिखर धवन एक बार फिर कमाल नहीं कर पाए और 31 रन के निजी स्कोर पर आउट हो गए. शिखर को स्टोक्स ने जो रूट के हाथों कैच कराकर पवेलियन की राह दिखायी.
इससे पहले इंग्लैंड की पूरी टीम पहली पारी में टेस्ट के तीसरे दिन 319 रन बनाकर आउट हो गई. इस तरह से इंग्लैंड को पहली पारी में 24 रन की मनोवैज्ञानिक बढ़त हासिल हुई. इंग्लैंड ने दूसरे दिन के 6 विकेट खोकर 219 रन से आगे खेलते हुए तीसरे दिन जल्दी-जल्दी विकेट गंवाए, लेकिन एक बार फिर एंडरसन ने प्लंकेट के साथ मिलकर अपनी टीम को मनोवैज्ञानिक बढ़त दिलायी.
तीसरे दिन इंग्लैंड को मैट प्रायर के रूप में पहला झटका लगा. प्रायर ने 23 रन बनाए और मोहम्मद शमी ने उन्हें शिखर धवन के हाथों कैच कराकर पवेलियन भेजा. इसके 1 रन बाद ही 276 के कुल स्कोर पर इंग्लैंड को बेन स्टोक्स के रूप में आठवां झटका लगा. बेन ने 8 गेंदे खेली और वे खाता खोले बिना ही बोल्ड हो गए. बेन के रूप में भुवनेश्वर कुमार ने इंग्लैंड की पारी में अपना पांचवा शिकार किया.
आठ विकेट गिरने के बाद स्टुअर्ट ब्रॉड मैदान पर आए, लेकिन इंग्लैंड की पारी को बहुत आगे तक नहीं ले जा पाए. ब्रॉड 4 रन बनाकर भुवनेश्वर का शिकार बने और उन्हें शिखर धवन ने कैच आउट किया. 280 के स्कोर पर 9वां विकेट गिरने के बाद नॉटिंघम टेस्ट के हीरो रहे जेम्स एंडरसन मैदान पर आए. उन्होंने पहले से मैदान में जमे प्लंकेट के साथ पारी को संभाला और अपनी टीम को भारत के स्कोर से आगे ले गए. इंग्लैंड को आखिरी झटका एंडरसन के रूप में ही लगा. एंडरसन को रविंद्र जडेजा ने रहाणे के हाथों कैच कराकर पवेलियन भेजा.
इस दौरान प्लंकेट ने अपनी हाफ सेंचुरी बनाई और अपनी टीम को मनोवैज्ञानिक बढ़त दिलाने का काम किया. इंग्लैंड की ओर से सबसे ज्यादा 110 रन बैलेंस ने बनाए, जबकि प्लंकेट के अलावा कोई भी अन्य खिलाड़ी 50 रन का आंकड़ा नहीं छू पाए. टीम इंडिया की ओर से भुवनेश्वर कुमार सबसे सफल गेंदबाज रहे, उन्होंने 6 विकेट हासिल किए. भुवी के अलावा रविंद्र जडेजा ने 2, मोहम्मद शमी और मुरली विजय ने 1-1 विकेट हासिल किए.
लार्ड्स टेस्ट का दूसरा दिन
इससे पहले मैच के दूसरे दिन इंग्लैंड की टीम ने 6 विकेट के नुकसान पर 219 रन बनाए थे और वो भारत 295 के स्कोर से 76 रन पीछे थी.
वैसे मैच के दूसरे दिन इंग्लैंड की पारी की शुरुआत बहुत अच्छी नहीं रही और भारतीय गेंदबाज दिन के पहले और दूसरे सत्र में अंग्रेज बल्लेबाजों को बांधने में कामयाब रहे. एक समय 113 पर चार विकेट खोकर दबाव में नजर आ रही मेजबान टीम के लिए गैरी बैलेंस (110) और मोईन अली (32) ने पांचवें विकेट के लिए 98 रन जोड़े. चायकाल के बाद भारतीय गेंदबाजी पूरी तरह पटरी से उतरी हुई नजर आ रही थी. आखिरी सत्र में बैलेंस और मोईन ने 3.03 की औसत से रन बटोरे. इस समय लग रहा था कि भारतीय गेंदबाज उम्मीद खो चुके है. ऐसे में मुरली विजय ने मोईन को आउट कर भारतीय टीम में नई जान डाल दी.
इसके बाद कप्तान धोनी ने मौके का फायदा उठाते हुए 81वें ओवर में नई गेंद लेने का फैसला किया. इसका फायदा भारत को मिला और पूरे दिन मेहमान टीम के लिए सिरदर्द साबित हुए बैलेंस का विकेट भुवनेश्वर कुमार ने आखिरकार हासिल कर लिया. कुमार का दिन का यह चौथा विकेट रहा. इयान बेल 16 रन जबकि पिछले टेस्ट में शतक जमाने वाले जो रूट 13 रन बनाकर आउट हुए. बेल का विकेट भुवनेश्वर कुमार जबकि रूट का विकेट रवींद्र जडेजा ने लिया. इंग्लैंड की पारी की शुरुआत करने आए कप्तान एलिस्टर कुक 10 और सैम रॉबसन 17 रन बनाकर आउट हुए. दोनों का विकेट कुमार ने लिया. इससे पहले भारत की पहली पारी गुरुवार की रन संख्या में केवल पांच रन जोड़कर 295 रनों पर ऑलआउट हो गई.
पहले दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने नौ विकेट पर 290 रन बनाए थे. भारत का अंतिम विकेट मोहम्मद समी के रूप में गिरा. समी ने 19 रन बनाए. ईशांत शर्मा 12 रनों पर नाबाद लौटे. समी का विकेट बेन स्टोक्स ने लिया. इंग्लैंड की ओर से जेम्स एंडरसन ने चार विकेट लिए जबकि स्टुअर्ट ब्रॉड और स्टोक्स को दो-दो सफलता मिली. पांच मैचों की श्रृंखला का पहला मुकाबला नॉटिंघम के ट्रेंट ब्रिज मैदान पर खेला गया था. उस मैच का कोई परिणाम नहीं निकल सका था.
इससे पहले लॉर्ड्स टेस्ट के पहले दिन अजिंक्य रहाणे के शानदार शतक के दम पर टीम इंडिया ने मुश्किलों से उबरते हुए 9 विकेट पर 290 रन बनाए थे. रहाणे 103 रन की पारी खेली थी. रहाणे के अलावा भुवनेश्वर कुमार ने 36 रन की पारी खेली. इन दोनों के अलावा और कोई भी बल्लेबाज विकेट पर टिक नहीं सका.
इंग्लैंड की ओर से जेम्स एंडरसन ने 4, स्टुअर्ट ब्रॉड, बेन स्टोक्स ने 2-2, लिआम प्लंकेट और मोइन अली ने एक-एक विकेट लिया.