इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा सीरीज में 11 विकेट चटकाने वाले भारत के टॉप गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने कहा कि बल्ले से उनकी अच्छी फॉर्म ने गेंद से उनके अच्छे प्रदर्शन में मदद की.
नॉटिंघम में ड्रॉ रहे पहले टेस्ट में दो अर्धशतक जड़ने वाले भुवनेश्वर ने लॉर्ड्स में दूसरे टेस्ट की पहली पारी में छह विकेट चटकाए. भुवनेश्वर ने कहा, 'अगर आप बल्लेबाज की तरह सोचो तो उसके खिलाफ आपका पलड़ा भारी रहेगा जिसे आप गेंदबाजी कर रहे हो. यहां मैंने जितने भी रन बनाए उसने मेरी गेंदबाजी के तरीके में बड़ी भूमिका निभाई. यहां लंबे समय तक बल्लेबाजी करने के बाद मुझे पता चला कि बल्लेबाज को कहां गेंद को खेलने में दिक्कत होगी.'
यूपी के दो और खिलाड़ियों का नाम देख खुश हैं भुवी...
उन्होंने कहा, 'मैं यह अंदाजा लगा सकता था कि उसके दिमाग में क्या चल रहा है और उसी के अनुसार अगली गेंद की योजना बना सकता था. रनों से आत्मविश्वास भी बढ़ा जिससे गेंदबाजी करते हुए साहस मिला.'
इस युवा तेज गेंदबाज ने कहा कि वह खुश हैं कि क्रिकेट का मक्का कहे जाने वाले लॉर्ड्स मैदान पर अच्छा प्रदर्शन कर पाए. भुवनेश्वर ने कहा, 'मैं भाग्यशाली हूं कि परंपरा को आगे बढ़ाने में सफल रहा. ऑनर्स बोर्ड पर यूपी टीम के अपने दो साथियों आरपी सिंह और प्रवीण कुमार के साथ अपना नाम देखकर अच्छा लगा.' आरपी सिंह और प्रवीण भी लॉर्ड्स पर भुवनेश्वर की तरह अपने पदार्पण मैचों में पारी में पांच या इससे अधिक विकेट चटका चुके हैं.
प्रवीण कुमार की टिप्स का मिला फायदा...
भुवनेश्वर ने कहा कि उनकी गेंदबाजी शैली प्रवीण की तरह है जिसने दौरे से पहले उन्हें उपयोगी टिप्स दिए. इस तेज गेंदबाज ने कहा, 'उसने मुझे सिर्फ इतना कहा कि तुम्हें पता है कि तुम्हें क्या करना है. अलग-अलग मैदानों के बारे में सूचना देकर उसने काफी मदद की. जैसे कि उसने लॉर्ड्स में मुझे ढलान के बारे में बताया.' उन्होंने कहा, 'उसने कहा कि कभी-कभी तुम यहां गेंदबाजी करते हुए अजीब महसूस करोगे लेकिन इसके लिए मानसिक रूप से तैयार रहो. जब तुम मैदान की ओर देखोगे तो तुम ढलान देख सकते हो लेकिन जब आप गेंदबाजी शुरू कर दोगे तो आपको अधिक अंतर महसूस नहीं होगा. यह उतना अजीब नहीं है जितना लोगों ने इसे बना दिया है.'
धोनी देते हैं खुली छूट...
महेंद्र सिंह धोनी के साथ समीकरण के बारे में पूछे जाने पर भुवनेश्वर ने अपने कप्तान की तारीफ करते हुए कहा कि वह क्षेत्ररक्षण सजाने के लिए उसे खुली छूट देते हैं. उन्होंने कहा, 'एमएस हमेशा गेंदबाजों का कप्तान है. मेरे पदार्पण मैच में भी उसने मुझसे कहा कि अपना क्षेत्ररक्षण खुद सजाओ और अपनी योजना खुद बनाओ. अगर मुझे किसी चीज को बदलने की जरूरत महसूस हुई तो मैं तुम्हे बताऊंगा. इसके बाद से ऐसा ही चल रहा है. अगर मैं उससे अलग कुछ चाहता हूं तो वह सुझाव सुनने के लिए हमेशा तैयार रहता है.'