इंग्लैंड के बल्लेबाज जोनाथन ट्रॉट ने बुधवार को कहा कि अहमदाबाद में शुरुआती टेस्ट में नौ विकेट से मिली हार के बाद मेहमान टीम भारत के खिलाफ मुंबई में दूसरे टेस्ट में चार मैचों की सीरीज बराबर करने को प्रतिबद्ध है.
उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि कोलकाता में 1-1 की बराबरी से जाना अच्छा होगा. इस तरह की बात दिमाग में लेकर चलना बहुत महत्वपूर्ण है. मुझे लगता है कि हालात यहां थोड़े अलग है लेकिन यह ‘बाउंस और टर्न’ के संबंध में दोनों टीमों के पक्ष में काम करेंगे. भारत का दौरा करना ठीक है लेकिन अच्छा क्रिकेट खेलना ज्यादा अहम है.’
दक्षिण अफ्रीका में जन्में इस इंग्लिश क्रिकेटर ने कहा, ‘हमें मैदान पर प्रदर्शन करने की जरूरत है. हम शुक्रवार का इंतजार कर रहे हैं. यह हमारे लिए 1-1 से बराबरी करने का शानदार मौका है.’
दूसरे टेस्ट के लिये वानखेड़े स्टेडियम की पिच के बारे में पूछने पर ट्रॉट ने कहा, ‘मैंने पिच देखी थी. यह नेट विकेट की तरह ही लग रही थी. यह थोड़ी टर्न कर रही थी. जब आप यहां आते हो तो लाल मिट्टी थोड़ी ज्यादा स्पिन करती है और आपको मुंबई में आम तौर पर ज्यादा स्पिन देखने को मिलती है.’
ट्रॉट ने कहा, ‘गेंद बल्ले पर अच्छी तरह से आ रही है. इसमें थोड़ा ज्यादा उछाल है. अहमदाबाद में पिच नीची और धीमी थी लेकिन यहां आपको थोड़ा और उछाल मिलेगा. उम्मीद है कि हमारे तेज गेंदबाज इसका फायदा उठा सकते हैं.’
उनका पिच का आकलन भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की उम्मीद से अलग था. इंग्लैंड के खिलाफ अहमदाबाद में पहला टेस्ट जीतने के बाद धोनी ने मोटेरा की विकेट पर नाखुशी जाहिर की थी और कहा था कि वह सीरीज के बचे हुए मैचों में टर्निंग पिच चाहते हैं.
ट्रॉट ने भारतीय युवा बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा की अहमदाबाद में पहली पारी में नाबाद 206 रन की प्रशंसा की और कहा कि इस तरह की पारियां टीम को मैच जीताने में मदद करती हैं.
उन्होंने कहा, ‘हमने देखा कि पुजारा ने अच्छी दोहरी शतकीय पारी खेली और आपको ऐसी ही पारियां टेस्ट मैचों में जीत दिलाती हैं. अगर हम पहली पारी में 100 रन अतिरिक्त बनाने में सफल रहते और एलिस्टर कुक दूसरी पारी की तरह ही खेलते रहे होते तो शायद मैच का परिणाम कुछ और हो सकता था. इसमें काफी अगर मगर हो सकता है लेकिन हम 0-1 से पिछड़ रहे हैं और हमें शुक्रवार से अच्छा खेल दिखाना होगा.’