खेल गांव को लेकर जहां और भी आलोचनाएं हो रही हैं, वहीं दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने सोमवार को कहा कि सब कुछ बुधवार तक तैयार हो जायेगा.
बीते बुधवार खेल गांव परिसर के रखरखाव का जिम्मा दिल्ली सरकार को सौंपा गया था, उसके बाद से ही शीला रोजाना यहां छह से सात घंटे बिता रही हैं. उन्होंने कहा कि एथलीटों का यहां ठहरना काफी अच्छा रहे यह सुनिश्चित कराने के लिये ‘हरसंभव कोशिश’ की जा रही है.
शीला ने कहा, ‘‘सभी टावर बुधवार तक तैयार हो जायेंगे.’’ उन्होंने कहा कि 1,168 में से करीब आधे फ्लैट पूरी तरह तैयार हैं. इस बीच, खेल गांव की ताजा आलोचना तब हुई, जब दक्षिण अफ्रीका के एक दूत ने दावा किया कि परिसर के एक कमरे में सांप पाया गया.
खेल गांव को ‘गंदा और रहने लायक नहीं’ बताने वाले अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों की कड़ी आलोचनाओं के बीच प्रधानमंत्री कार्यालय ने बुधवार रात दिल्ली सरकार को निर्देश दिये कि वह दिल्ली विकास प्राधिकरण से परिसर का नियंत्रण अपने हाथों में ले ले.{mospagebreak}यह पूछने पर कि खेल गांव में काम पूरे करने के लिये प्रशासन को आखिरी समय पर क्यों कोशिशें करनी पड़ रही हैं, शीला ने इसके लिये विभिन्न एजेंसियों के बीच समन्वय की कमी को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा, ‘‘(खेल) गांव में समस्याएं टूटी हुई खिड़कियों से लेकर लिफ्ट में खराबी तक है. हम चीजें दुरुस्त करने के लिये हर संभव कोशिशें कर रहे हैं.’’
दिल्ली सरकार ने गत बुधवार को सफाई, हाउस कीपिंग और परिसर के पूरे रखरखाव का जिम्मा संभालने के बाद पांच सितारा होटलों के पेशेवरों सहित 1,500 लोगों को वहां नियुक्त किया है.
शीला ने साफ-सफाई और हाउस कीपिंग को अंतरराष्ट्रीय मानक के अनुरूप बनाने के लिये तीन स्तरीय तंत्र बनाया है.