आईपीएल में खेल क्रिकेट का था, लेकिन इसके पीछे कई और खेल हो रहे थे. तेज गेंदबाज श्रीसंत स्पॉट फिक्सिंग में पक़ड़े गए, ये सिर्फ एक सच है. पुलिस को तो शक ये भी है कि श्रीसंत मॉडल्स और खूबसूरत लड़कियों के साथ अय्याशी करते थे.
पुलिस को शक है कि लड़कियों को फिल्मों में काम दिलाने के बहाने कॉस्टिंग काउच का खेल करते थे. खेल के पीछे इस खेल का एक सिरा दौलत की बारिश और अय्याशी से जुड़ता है तो दूसरा सिरा जुड़ता है सीधे अंडरवर्ल्ड से.
हम आपको दो जगहों के पते बता रहे हैं. पहला पता है कराची के डिफेंस हाउसिंग एरिया का का आलीशान मकान है और दूसरा पता दुबई के मनखुल इलाके में एक मकान का है.
दुबई के मनुखल इलाके का पता है-
Villa chamber 317
43 street
Emirates gas station
Mankhul dubai
Natt
यही ये वो गढ़ है, जहां से आईपीएल के मुकाबले स्पॉट फिक्स किए जा रहे हैं. यही वो अड्डे हैं, जहां से हिन्दुस्तान की क्रिकेट पर सबसे बड़ा हमला हो रहा है. ये पता दाऊद इब्राहिम का कराची का वो पता है, जहां से उसका छोटा भाई अनीस इब्राहिम आईपीएल के खिलाड़ियों की बोली लगवाता है. यही है स्पॉट फिक्सिंग की साजिश का असली ठिकाना.
अब हम आपको बताते हैं दूसरा पता, दुबई का. ये अनीस इब्राहिम के दुबई में सबसे भरोसेमंद एजेंट सुनील हीरानंद अभिचंदानी का घर है. क्रिकेट का ये शातिर बुकी है, जो हवाला के जरिए डी कंपनी के लिए दुबई में बैठकर बाजियों का हिसाब-किताब करता है.
हम हम आपको बताते हैं अली बुदेश के बारे में. अली बुदेश पर हिन्दुस्तान में दो दर्जन संगीन मुकदमे चल रहे हैं. ये वो शख्स है जिसने दुबई में दाउद इब्राहिम के पैर जमवाये और अब सट्टे के खेल में दाउद के पैर उखड़वाने पर आमादा है.
एक और शख्स है रमेश व्यास. मुंबई में डी कंपनी का सट्टा एक्सचेंज चलाने वाला सबसे बड़ा गुर्गा. रमेश व्यास ने पूछताछ में ये खुलासा किया है कि यूं तो वो पाकिस्तान के 14 बड़े बुकीज के लिए हिन्दुस्तान से सट्टे की लाइन जोड़ रहा था, लेकिन इन 14 में छह बुकीज सीधे तौर पर अनीस इब्राहिम के मोहरे थे.
अनीस इब्राहिम के मोहरे छह बुकीज़ के नाम हैं- विक्की, जंबो, कुमार, मास्टर सलमान, डॉक्टर जावेद और शरीफ. इन बुकीज के जरिए स्पॉट फिक्सिंग की काली कमाई हो रही थी.
सूत्रों के मुताबिक, अनीस इब्राहिम के कहने पर ही व्यास ने कराची की लाइन हिन्दुस्तान के तीन बुकीज के लिए खासतौर पर जोड़ी थी. इन बुकीज में दिल्ली के टिंकू और भरत के अलावा ज्यूपिटर का नाम प्रमुख है. सट्टेबाजों की इसी तिगड़ी ने श्रीसंत पर डोरे डाले और ऐश और कैश के जरिए स्पॉट फिक्सिंग को अंजाम दिया.
एक और शख्स जूनियर कोलकाता के नाम से मशहूर है, जिसका असली नाम सुरेंद्र बांगड़ी है. मिस्टर बांगड़ी को सट्टे की दुनिया में मिस्टर इंडिया भी कहा जाता है, क्योंकि ये पुलिस की रडार पर तो रहता है, लेकिन गिरफ्त से बाहर है.
सूत्रों की मानें तो सुरेंद्र बांगड़ी के तार सीधे तौर पर दुबई में बैठे सुनील दुबई से जुड़े हैं. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, 14 मई को जब मुंबई पुलिस की रेड कालबा देवी में पड़ी और जैसे ही रमेश व्यास को दबोचा तब तक सुरेंद्र बांगड़ी को खबर हो चुकी थी.
सूत्रों का कहना है कि सट्टे की दुनिया में आज की तारीख में बांगड़ी से बड़ा खिलाड़ी कोई नहीं और वो आईपीएल के कई खिलाड़ियों के सीधे संपर्क में रहता है. सच तो ये है कि बांगड़ी के गिरफ्तार होने के बाद ही इंडियन अंडरवर्ल्ड लीग का असली चेहरा सामने आएगा.