केन्द्रीय सतर्कता आयोग के बाद अब सरकारी आडिटर कैग को राष्ट्रमंडल खेल महासंघ के वैश्विक प्रमुख माइकल फेनेल एवं भारतीय प्रमुख सुरेश कलमाड़ी के आदेश पर राजस्व नुकसान, वित्तीय अनियमितताओं एवं अधिक भुगतान के चौंकाने वाले प्रमाण मिले हैं.
सरकार को भेजी अपनी जांच रपट में नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) ने वित्तीय अनियमितता के दर्जनों मामले गिनाए हैं जिनमें से एक मामला ऐसा है जिसमें फेनेल, कलमाड़ी और फेडरेशन के सीईओ माइक हूपर के निर्देश पर प्रसारण अधिकार दिए जाने में आयोजन समिति को 24 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है.
वर्ष 2008-09 के लिए की गई जांच में कहा गया है कि आयोजन समिति के अधिकारियों ने फेनेल, हूपर और कलमाड़ी के सुझाव पर अंतरराष्ट्रीय प्रसारण अधिकारों के लिए फास्ट ट्रैक सेल्स लिमिटेड को बतौर सलाहकार नियुक्त किया और वह भी बोलीकर्ताओं का बिना तकनीकी मूल्यांकन किए बिना.
कैग द्वारा खेल मंत्रालय को भेजी गई रिपोर्ट में कहा गया है, ‘ बिना उचित मूल्यांकन के सलाहकार का चयन किए जाने और सलाहकार की सेवाओं में खामियों के चलते राष्ट्रमंडल खेलों की आयोजन समिति को परियोजना में 24.60 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ.’{mospagebreak}
भारत में राष्ट्रमंडल खेल 3 अक्टूबर से शुरू होने वाले हैं और वित्तीय अनियमितताओं को लेकर विवाद पहले ही चल रहे हैं. केन्द्रीय सतर्कता आयोग की रपट के मुताबिक, कई परियोजनाएं अब भी समय से काफी पीछे चल रही हैं.
जांच रपट के मुताबिक, चयनित सलाहकार ने 15 प्रतिशत कमीशन का प्रस्ताव किया, जबकि अन्य बोलीकर्ता स्पोर्ट्स मार्केटिंग एंड मैनेजमेंट ने 12.5 प्रतिशत कमीशन की पेशकश की थी. इसके परिणामस्वरूप आयोजन समिति को 5. 20 करोड़ रुपये अतिरिक्त कमीशन का भुगतान करना पड़ा.
रिपोर्ट में आस्ट्रेलियाई फर्म स्पोर्ट्स मार्केटिंग एंड मैनेजमेंट को स्पांसरशिप अधिकार देने में प्रतिस्पर्धी बोली नहीं अपनाने के लिए आयोजन समिति की आलोचना की गई है. इससे 25.31 करोड़ रुपये का अतिरिक्त भुगतान किया गया.
खेलों के लिए प्रायोजक जुटाने के वास्ते इस कंपनी को अनुबंधित किया गया था, लेकिन ‘गैर-निष्पादन’ के आधार पर आयोजन समिति द्वारा इस महीने की शुरुआत में कंपनी का अनुबंध रद्द कर दिया गया.