फुटबॉल की विश्व नियामक संस्था फीफा पर हाल में लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों में अब महासचिव जेरोम वाल्के भी फंसते नजर आ रहे हैं. वाल्के पर एक करोड़ डॉलर के भुगतान में संलिप्तता के आरोप लगे हैं.
फीफा से संबद्ध लाखों डॉलर के घोटाले की जांच कर रही अमेरिकी खुफिया ब्यूरो (एफबीआई) दक्षिण अफ्रीकी फुटबॉल संघ (एसएएफए) द्वारा फीफा के ज्यूरिख के बैंक खाते से फीफा के पूर्व उपाध्यक्ष जैक वार्नर को भेजी गई इस राशि को रिश्वत मान रही है.
वार्नर कैरेबियाई फुटबॉल संघ के अध्यक्ष भी हैं.
फीफा विश्व कप-2010 का आयोजन करने वाली एसएएफए को फीफा को 42.3 करोड़ डॉलर देने थे, जिसमें से एसएएफए ने एक करोड़ डॉलर की राशि काट लेने का अनुरोध किया था.
भुगतान के साथ एसएएफए के अध्यक्ष मोलेफी ओलीफैंट की ओर से वाल्के को एक पत्र भी भेजा गया था, जिसमें विश्व कप फंड में से वार्नर को भुगतान करने के लिए कहा गया था. अमेरिकी वकीलों का आरोप है कि दक्षिण अफ्रीकी सरकार ने विश्व कप-2010 की मेजबानी पाने के लिए वार्नर और अन्य अधिकारियों को रिश्वत के रूप में एक करोड़ की राशि का भुगतान किया.
समाचार पत्र 'न्यूयॉर्क टाइम्स' में सोमवार को आई रपट के अनुसार, एफबीआई का मानना है कि इस भुगतान को वाल्के ने मंजूरी दी.
फीफा की ओर से जारी एक बयान में हालांकि कहा गया है कि वाल्के उस भुगतान में संलिप्त नहीं थे और यह भुगतान दक्षिण अफ्रीका सरकार और एसएएफए के अनुरोध पर किया गया.
वाल्के ने हालांकि न्यूयॉर्क टाइम्स से अपने ऊपर लगाए जा रहे आरोप से साफ इनकार किया है और कहा है कि वह ऊंची रैंक के अधिकारी हैं और उनके पास भुगतान को मंजूरी देने का अधिकार नहीं है.
- इनपुट IANS