फीफा अध्यक्ष सेप ब्लाटर ने वर्ल्ड फुटबॉल संस्था को झकझोरने वाले भ्रष्टाचार के बड़े मामले के बीच ज्यूरिख में बुधवार को फीफा के छह परिसंघों के प्रमुखों से मुलाकात की. वहीं भ्रष्टाचार और धोखेबाजी के आरोपों में टॉप अधिकारियों की गिरफ्तारी के बाद मीडिया ने बुधवार को ब्लाटर के इस्तीफे की मांग की है.
यूएफा अध्यक्ष माइकल प्लाटिनी इस बैठक के दौरान ब्लाटर से भिड़ गए. उन्होंने विश्व फुटबॉल की छवि खराब करने वाले भ्रष्टाचार मामले को लेकर ब्लाटर से इस्तीफा देने के लिए कहा था. ब्लाटर ने इस्तीफा देने से इनकार कर दिया और प्लाटिनी ने इसके बाद दुनिया भर के सदस्य देशों से शुक्रवार होने वाले फीफा अध्यक्ष चुनावों में ब्लाटर के खिलाफ मतदान करने की अपील कर डाली.
प्लाटिनी ने कहा, ‘मैंने उनसे इस्तीफा देने को कहा. अब बहुत हो चुका सेप. उन्होंने मेरी बात सुनी लेकिन मुझसे कहा कि अब बहुत देर हो चुकी है.’ उन्होंने कहा, ‘मैंने कहा कि इन चीजों से मेरी आंखों में आंसू आ गए हैं. मैं इसे पसंद नहीं करता.’
प्लाटिनी ने कहा कि अन्य महासंघों के प्रमुखों ने उनकी अपील का समर्थन नहीं किया. उन्होंने कहा कि शुक्रवार को ज्यूरिख के होटल में फीफा के सात अधिकारियों की गिरफ्तारी और उससे पहले की घटनाओं से वह काफी आहत और दुखी हैं.
सूत्रों ने ज्यूरिख में हुई बैठक की पुष्टि की है. यूरोपीय संचालन संस्थान यूएफा के अध्यक्ष माइकल प्लाटिनी के आलवा एशिया फुटबॉल परिसंघ (एएफसी), दक्षिण अमेरिका के कोनेमबोल, अफ्रीका के सीएएफ, ओसियाना के ओएफसी और उत्तर, मध्य और कैरेबियाई क्षेत्र के कोनकाफ के प्रमुखों और प्रतिनिधियों ने बैठक में हिस्सा लिया. यह बैठक अध्यक्ष पद के चुनावों की पूर्व संध्या पर हुई. यह बैठक किस विषय को लेकर हुई इसका खुलासा नहीं किया गया. सूत्रों की माने तो ब्लाटर ने साफ कर दिया है कि वो इस्तीफा नहीं देंगे.
उठी ब्लाटर के इस्तीफे की मांग
स्विटजरलैंड के एक अखबार के फ्रंट पेज पर लिखा गया, 'उन्हें इस्तीफा देना चाहिए. ब्लाटर की विश्वसनीयता खत्म हो गई है.' इसमें कहा गया कि इन गिरफ्तारियों से फीफा में लंबे समय से चली आ रही सत्ता से छुटकारा मिल गया है. पिछले 17 साल से फीफा के अध्यक्ष ब्लाटर फिर अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए मैदान में हैं.
अमेरिकी जांचकर्ताओं ने हालांकि जिन 14 लोगों को गिरफ्तार किया है, उनमें से 9 फुटबॉल अधिकारी हैं. दोषी पाए जाने पर उन्हें 20 साल की जेल हो सकती है. द टाइम्स ऑफ साउथ अफ्रीका ने वर्ल्ड कप ऑफ फ्रॉड हेडलाइन दी. वहीं ब्रिटेन में द टाइम्स ने अपने संपादकीय में फीफा को रेडकार्ड दिया और कहा कि सेप ब्लाटर फुटबॉल को बदनाम कर रहे हैं. अखबार ने कहा, 'उन्हें इस्तीफा देकर फीफा में आमूलचूल बदलाव का मार्ग प्रशस्त करना चाहिए.
भ्रष्ट अधिकारियों को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा: ब्लाटर
इन सब के बीच बुधवार को ब्लाटर ने माना कि भ्रष्टाचार का बड़ा मामला सामने आने की वजह से फुटबॉल का विश्व निकाय कठिन समय से गुजर रहा है लेकिन उन्होंने संकल्प जताया कि कोई भी अधिकारी अगर दोषी पाया गया तो उसे खेल से निकाल दिया जाएगा. ब्लाटर ने अपनी पहली प्रतिक्रिया अमेरिकी भ्रष्टाचार जांच के तहत ज्यूरिख में सात अधिकारियों की गिरफ्तारी के बाद दी.
फीफा ने इस स्कैंडल में कथित संलिप्तता को लेकर 11 लोगों को अस्थाई तौर पर प्रतिबंधित कर दिया है. ब्लाटर ने एक बयान में कहा, 'यह फुटबॉल, प्रशंसकों और एक संगठन के तौर पर फीफा के लिए कठिन समय है. अनेक लोगों ने जो निराशा जाहिर की है उसे हम समझते हैं और मैं जानता हूं कि जिस तरीके से अनेक लोग हमें देखते हैं उससे आज का कार्यक्रम प्रभावित होगा.'
इनपुटः भाषा