इंग्लैंड ने फीफा अंडर-17 फुटबॉल वर्ल्ड कप के खिताब पर कब्जा कर लिया है. पहली बार भारत की मेजबानी में हुए इस हाई प्रोफाइल टूर्नामेंट के फाइनल में इंग्लैंड ने स्पेन को 5-2 से मात देकर फीफा अंडर-17 फुटबॉल वर्ल्ड कप की ट्रॉफी पर कब्जा कर लिया है. कोलकाता का साल्ट लेक स्टेडियम इस ऐतिहासिक पल का गवाह बना.
पहली बार फीफा अंडर-17 फुटबॉल वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंची इंग्लैंड की टीम का यह पहला खिताब है. वहीं, स्पेन इससे पहले 1991, 2003 और 2007 में उप-विजेता रहा था. लेकिन, वह कभी खिताब पर कब्जा नहीं कर पाया और चौथी बार भी ऐसा करने में कामयाब नहीं हुआ. इस टूर्नामेंट में आठ साल बाद नया चैंपियन मिला है. पिछली बार 2009 में स्विट्जरलैंड ने नाइजीरिया को हराकर पहली बार फीफा अंडर-17 फुटबॉल वर्ल्ड कप का खिताब जीता था.
आपको बता दें कि स्पेन ने इस साल यूरो अंडर-17 टूर्नामेंट के फाइनल में इंग्लैंड को हराया था. जिसका बदला इंग्लैंड ने उसे फीफा अंडर-17 फुटबॉल वर्ल्ड कप में 5-2 से हराकर ले लिया है. स्पेन और इंग्लैंड दोनों ने ही पहले कभी फीफा अंडर-17 वर्ल्ड कप का खिताब नहीं जीता था. लेकिन स्पेन इस मौके से चूक गया और इंग्लैंड पहली ही कोशिश में यह खिताब जीतने में कामयाब रहा.
पहली बार फाइनल में खेल रहे इंग्लैंड की तरफ से फोडेन (69वें और 88वें मिनट) ने दो गोल दागे जबकि रेयान ब्रेवस्टर (44वें), मोर्गन गिब्स वाइट (58वें मिनट) और मार्क ग्युही (84वें मिनट) ने एक-एक गोल किया.
टूर्नामेंट में पहले ही दो बार हैट्रिक के साथ गोल करने वालों की सूची में शीर्ष पर चल रहे ब्रेवस्टर का यह आठवां गोल था. स्पेन की ओर से दोनों गोल सर्जियो गोमेज (10वें और 31वें मिनट) ने किए.