टूर्नामेंट से पहले ही बाहर हो चुके बोस्निया-हर्जेगोविना ने ग्रुप 'एफ' में ईरान पर 3-1 की जीत से अपने अभियान का अंत करके इस एशियाई टीम की विश्व कप फुटबाल के नॉकआउट में पहुंचने की उम्मीदों पर भी पानी फेर दिया.
ईरान ने नाइजीरिया से गोलरहित ड्रॉ खेला था, जबकि अर्जेंटीना से वह 0-1 से हार गया था. इस तरह से उसके पास अगले दौर में पहुंचने के लिए इस मैच में जीत दर्ज करनी जरूरी थी, लेकिन उसने फिर से रक्षात्मक रणनीति अपनाई, जो टीम पर भारी पड़ी. दूसरी तरफ अर्जेंटीना और नाइजीरिया से हारने के बाद बोस्निया के पास गंवाने के लिए कुछ नहीं था और उसने शुरू से आक्रामक रवैया अपनाया.
बोस्निया की तरफ से एडिन जेको (23वें मिनट), मिरालेम पिजानिक (59वें मिनट) और अवदिजा वर्साजेविच (83वें मिनट) ने गोल किए. ईरान की तरफ से एकमात्र गोल रजा गुचानजाद ने 82वें मिनट में किया. जेको ने मैच के 23वें मिनट में बोस्निया को बढ़त दिलाकर ईरान में खेमे में खलबली मचा दी थी. उन्होंने 20 गज की दूरी से से शॉट जमाकर उसे गोल में डाला. ईरान ने भी जवाबी हमला किया लेकिन मसूद शोजाई का करारा शॉट बोस्निया के क्रॉस बार से टकरा गया.
ईरान ने पिछले मैचों की तरह रक्षात्मक रवैया अपनाया और उसने अधिकतर जवाबी हमले किए. यही वजह रही कि गेंद अधिकतर उसके पाले में घूमती रही. ईरान ने दूसरे हाफ में जरूर कुछ हमलावर तेवर दिखाए. गुचानजाद ने आखिर में ईरान की तरफ से इस विश्व कप का पहला गोल दागा. उन्होंने क्रॉस पर गोल किया भले ही तब रीप्ले से लग रहा था कि वह ऑफ साइड थे. इससे ईरान की वापसी की उम्मीदें जगी लेकिन बोस्निया ने तुरंत जवाबी हमला करके अपनी जीत सुनिश्चित कर दी.
बोस्निया ने दायें छोर से मूव बनाया जिस पर राइट बैक वर्साजेविच ने गोल दागा. इस तरह से बोस्निया ग्रुप एफ में तीन अंक लेकर तीसरे स्थान पर रहा और जिस ईरान के पास नॉकआउट में पहुंचने का मौका था वह एक अंक के साथ आखिरी स्थान पर रहा.
इस तरह से ईरान विश्व कप में पिछले सात मैच में जीत दर्ज नहीं कर पाया है. इनमें से चार में उसे हार मिली जबकि दो मैच ड्रॉ रहे. यह किसी एशियाई टीम का विश्व कप में तीसरा सबसे निराशाजनक प्रदर्शन है. दक्षिण कोरिया की टीम बीच में लगातार 14 मैच तक जीत दर्ज करने में नाकाम रही थी. उसके बाद सउदी अरब का नंबर आता है, जिसकी टीम दस मैचों में जीत से महरूम रही.
साल्वाडोर में यह विश्व कप का चौथा मैच खेला गया, जिनमें 21 गोल हुए. नीदरलैंड ने यहीं पर स्पेन को 5-1 से हराया था. यहां खेले गये अन्य मैचों में जर्मनी ने पुर्तगाल को 4-0 से जबकि फ्रांस ने स्विट्जरलैंड को 5-2 से हराया.