भारत और पाकिस्तान के बीच वर्ल्ड टी20 का महामुकाबला एक बार फिर न केवल इन दोनों टीमों के चिरप्रतिद्वंद्विता की वजह से बल्कि और भी कई कारणों से बड़ा महत्वपूर्ण हो चला है. एक ओर पाकिस्तान इस मैच को जीतकर भारत को सेमीफाइनल की रेस से नॉकआउट करने की फिराक में होगा. वहीं दुनिया की नंबर एक टी20 टीम तमाम परेशानियों से उबर कर वर्ल्ड कप क्रिकेट में पाकिस्तान के खिलाफ अपनी जीत के रिकॉर्ड को बरकरार रखने के साथ ही अगले दौर की रेस में बने रहने की कोशिश करेगी.
क्रिकेट में प्रत्येक मैच नया होता है लेकिन जब आमने सामने चिरप्रतिद्वंद्वी भारत और पाकिस्तान की टीमें हों तो यहां मैदान पर प्रदर्शन के पीछे और भी कई कारण जुड़ जाते हैं. खास कर जब यह मुकाबला इन दोनों में से किसी एक मुल्क में खेला जा रहा हो तब वहां के दर्शकों की मौजूदगी से बड़ा फर्क पड़ता है. यही बात कोलकाता में भी लागू होती है. जब लगभग एक लाख दर्शकों के सामने पाकिस्तान की टीम भारत से भिड़ रही होगी तब उन्हें पिछले मैच की तुलना में दर्शकों के रवैये में बड़ा फर्क मिलेगा क्योंकि इस बार वहां के दर्शक मेजबान भारत का समर्थन करेंगे. लेकिन इन सबसे इतर भारत को मैदान में अच्छा प्रदर्शन करना होगा क्योंकि पहला मैच जीत कर पाकिस्तान इस समय मजबूत स्थिति में दिख रहा है जबकि भारत पर सेमीफाइनल की रेस से बाहर होने का खतरा मंडरा रहा है.
टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को अंतिम एकादश चुनते समय और मैदान पर इन चार बातों पर विशेष ध्यान देना होगा. अगर इनका खयाल नहीं रखा गया तो आज इनका नासूर बनना तय है.
1. एशिया कप में जब भारत और पाकिस्तान के बीच मुकाबला हुआ था तो मोहम्मद आमिर की गेंदों का भारतीय टॉप ऑर्डर के पास कोई माकूल जवाब नहीं था. ईडन में तो शुरुआत में तेज और स्विंग बॉलर्स को फायदा मिलता रहा है. यहां आमिर और भी खतरनाक हो सकते हैं. टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाजों रोहित शर्मा और शिखर धवन को आज जिम्मेदारी से खेलना ही होगा. खास कर रोहित पर सभी का भरोसा होगा क्योंकि ईडन उनके पसंदीदा मैदानों में से है. यहीं उन्होंने वनडे क्रिकेट की वर्ल्ड रिकॉर्ड 264 रनों की पारी खेली थी. इतना ही नहीं एशिया कप में जिस तरह की पारी विराट कोहली ने खेली आज उन्हें वो कारनामा फिर एक बार दुहराना होगा. अगर ये तिकड़ी चल पड़ी तो बस समझो एक बार फिर पाकिस्तान ‘मौका मौका’ की धुन पर थिरकने को मजबूर हो जाएगा.
2. जिस पाकिस्तानी टीम के लगातार आउट ऑफ फॉर्म होने की बात की जा रही थी उसके दोनों सलामी बल्लेबाजों ने पिछले मैच में अच्छी शुरुआत दी. शारजील खान बड़ा स्कोर तो नहीं कर सके लेकिन उन्होंने 10 गेंदों की विस्फोटक पारी खेली. वहीं अहमज शहजाद और मोहम्मद हफीज ने अर्धशतक लगाकर पिछले कुछ दिनों से लगातार बल्लेबाजों की असफल होते रहने की कड़ी पर विराम लगा दिया और यह है भारत की दूसरी बड़ी परेशानी.
3. टीम इंडिया के लिए तीसरी सबसे बड़ी चिंता का सबब यह है कि पाकिस्तान टीम के कप्तान शाहिद अफरीदी फॉर्म में लौट आए हैं और वो भी अपने पुरान जाने पहचाने विस्फोटक अंदाज में. चार चौके और इतने ही छक्के के साथ अफरीदी ने अभी तीन दिन पहले ही ईडन पर 19 गेंदों पर 49 रन बनाए हैं. इनसे पार पाना तो केवल धोनी के बस की ही बात हो सकती है क्योंकि अफरीदी अगर चल गए तो मेरी सलाह है कि आप तो बस हार जीत की चिंता किए बगैर उनके छक्के चौके के मजे लें.
4. नागपुर में भारतीय स्पिनर्स उतने असरदार नहीं रहे जितनी कि कीवी स्पिन तिकड़ी. टर्न लेती विकेटों पर आठ ओवरों में अश्विन और जडेजा ने 60 रन लुटाए और टीम के लिए ये अंत में महंगा साबित हुआ. निश्चित ही धोनी इन दोनों के साथ ही मैदान में उतरना चाहेंगे लेकिन उन्हें इस बात को भी दिमाग में रखना होगा कि बेंच पर बैठे भज्जी मौके का इंतजार कर रहे हैं और उनकी इकोनॉमी (6.20) भी टी20 के लिए बहुत सटीक है. साथ ही पाकिस्तान की तैयारी भी भारत के इन दोनों स्पिनर्स को देखते हुए होगी. हालांकि वो स्पिन अच्छी खेल लेते हैं लेकिन अनुभवी भज्जी के दूसरा का उनके पास भी कोई जवाब नहीं होगा.