BCCI अध्यक्ष जगमोहन डालमिया के निधन पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शोक जताते हुए उन्हें बड़े कद का खेल प्रशासक बताया. ममता ने यह ऐलान भी किया कि डालमिया का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा.
भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान विराट कोहली डालमिया के अंतिम संस्कार में शामिल होने की उम्मीद है. टीम इंडिया के डायरेक्टर रवि शास्त्री डालमिया के घर पहुंच चुके हैं. पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली और बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर ने डालमिया को श्रद्धांजलि दी.
Saurav Ganguly and BCCI Secretary Anurag Thakur pay tribute to late Jagmohan Dalmiya in Kolkata pic.twitter.com/M2oN8qSZ73
— ANI (@ANI_news) September 21, 2015
पवार और मनोहर भी होंगे शामिल
पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे 75 वर्षीय डालमिया का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. सीने में दर्द की शिकायत पर उन्हें कुछ दिन पहले अस्पताल में भर्ती कराया गया था. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने फेसबुक पर लिखा, ‘मैं इस बात से काफी दुखी हूं कि डालमिया जी नहीं रहे. खेल प्रशासकों के बीच उनका दर्जा काफी ऊंचा था. वो बंगाल को प्यार करने वाले सच्चे इंसान थे. उनके निधन ने खेल जगत में अपूरणीय रिक्त-स्थान पैदा कर दिया है. शोकाकुल परिवार और मित्रों के साथ मेरी गहरी संवेदनाएं हैं. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे.’
डालमिया के निधन से शोक की लहर
ममता ने बी एम बिड़ला अस्पताल, जहां डालमिया का निधन हुआ, में कहा, ‘हम डालमिया जी का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ करेंगे. वह एक धरोहर थे.’ पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी ने भी डालमिया के निधन पर शोक व्यक्त किया. डालमिया को एक कुशल प्रशासक करार देते हुए त्रिपाठी ने कहा, ‘उनका निधन क्रिकेट के खेल के लिए बड़ी क्षति होगी.’ राज्यपाल ने अपने संदेश में कहा, ‘उनके परिवार के सदस्यों और मित्रों के प्रति मैं अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे.’प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी डालमिया के निधन पर शोक जताया.
कोलकाता के बीएम बिड़ला अस्पताल से डालमिया का पार्थिव शरीर उनके घर ले जाया गया है. सोमवार सुबह अंतिम संस्कार के विधि-विधान होंगे. सुबह 11.30 बजे डालमिया का शरीर बंगाल क्रिकेट बोर्ड के मुख्यालय ले जाया जाएगा जहां दोपहर 3.30 तक लोग उनके आखिरी दर्शन कर सकेंगे. इसके बाद उन्हें क्योरातला शमशान घाट ले जाया जाएगा जहां पूरे राजकीय सम्मान के साथ उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा.