scorecardresearch
 

खेल मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने बीसीसीआई को जनता के प्रति जवाबदेह बताया

खेल मंत्री सर्बानंद सोनोवाल के मुताबिक केंद्र सरकार वर्तमान मानसून सत्र में खेल धोखाधड़ी विधेयक संसद में पेश करेगी. सोनोवाल ने कहा कि खेल धोखाधड़ी विधेयक मंजूरी के लिये कुछ दिनों में कैबिनेट के पास भेजा जाएगा और फिर से संसद में पेश किया जाएगा.

Advertisement
X
खेल मंत्री सर्बानंद सोनोवाल (फाइल फोटो)
खेल मंत्री सर्बानंद सोनोवाल (फाइल फोटो)

खेल मंत्री सर्बानंद सोनोवाल के मुताबिक केंद्र सरकार वर्तमान मानसून सत्र में खेल धोखाधड़ी विधेयक संसद में पेश करेगी. सोनोवाल ने कहा कि खेल धोखाधड़ी विधेयक मंजूरी के लिये कुछ दिनों में कैबिनेट के पास भेजा जाएगा और फिर से संसद में पेश किया जाएगा.

Advertisement

अभी कुछ काम बाकी है
उन्होंने कहा, 'यह (विधेयक) कुछ दिनों में कैबिनेट में पेश किया जाएगा. खेल मंत्रालय में अभी कुछ काम किए जाने बाकी है. इसे विधि मंत्रालय की मंजूरी मिल चुकी है. हम चाहते हैं कि मैच फिक्सिंग जैसे सभी मसलों पर गौर किया जाए और इसलिए यह विधेयक लाया जा रहा है. हमने खेलों को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिये विधेयक का अच्छी तरह से अध्ययन किया है. अब माननीय सांसदों को विधेयक पर फैसला करना है. उम्मीद है कि सभी सांसद इस विधेयक का समर्थन करेंगे ताकि इसे सर्वसम्मति से पारित किया जा सके.'

BCCI है जनता के प्रति जवाबदेह
खेल मंत्री से जब संसद में दिए गये उनके बयान 'BCCI ऐसा खेल महासंघ है जिसे सरकार ने मान्यता नहीं दी है' के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'माननीय उच्चतम न्यायालय ने कहा है कि BCCI सार्वजनिक संस्था है, इसलिए BCCI जनता के प्रति जवाबदेह है.' जब सोनोवाल से पूछा गया कि क्या BCCI को सूचना अधिकार अधिनियम के तहत लाया जाना चाहिए. उन्होंने कहा, 'मैं कह रहा हूं कि BCCI को जनता के प्रति जवाबदेह होना चाहिए और इसका कामकाज पारदर्शी होना चाहिए.' उन्होंने कहा कि खेलों को भ्रष्टाचार मुक्त और पारदर्शी होना चाहिए और खेल संघों को अपनी साख बनाये रखने के लिये जनता के प्रति जवाबदेह होना चाहिए.

Advertisement

खेलों को पारदर्शी होना चाहिए
खेल मंत्री के मुताबिक, 'खेलों को भ्रष्टाचार मुक्त और पारदर्शी होना चाहिए ताकि प्रशंसकों और खेल प्रेमियों का खेलों में विश्वास बना रहे. खेल संघों के कामकाज में पारदर्शिता होनी चाहिए. उन्हें जनता के प्रति जवाबदेह होना चाहिए.' सोनोवाल ने इस बात पर कोई वादा नहीं किया कि हाल में खेल की मध्यस्थता अदालत (कैस) से खेलने की अनुमति मिलने के बाद क्या धाविका दुती चंद को लक्ष्य ओलंपिक पोडियम (टॉप्स) में शामिल किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा, 'दुती हमारे लिये प्राथमिक एथलीट है. हमने लुसाने में कैस में अपील में उनका समर्थन किया था और पूरा कानूनी खर्चा उठाया था. हम आगे भी ऐसा करेंगे. लेकिन मैं चयन में हस्तक्षेप नहीं करना चाहता कि किसे टॉप्स कार्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए और किसे नही. मशहूर खिलाडि़यों की एक समिति है जो इस बारे में फैसला करती है.

इनपुट: भाषा

Advertisement
Advertisement