इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट में टीम इंडिया की हार पर अब पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने टीम को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने भारतीय टीम के खराब प्रदर्शन की आलोचना करते हुए कहा कि बड़ी जीत के बाद आत्मुग्धता का शिकार होने की पुरानी आदत का तीसरे टेस्ट के दौरान टीम पर असर पड़ा.
लार्डस में दूसरे टेस्ट में मनोबल बढ़ाने वाली जीत के बाद भारत को कल साउथम्पटन टेस्ट में 266 रन से शिकस्त का सामना करना पड़ा.
गावस्कर ने कहा, ‘हमने शायद इंग्लैंड को लय में वापस लौटने में मदद की. लार्ड्स में उनके गढ़ में हराने के बाद हमने उन्हें हतोत्साहित कर दिया था. लेकिन मुझे नहीं पता कि इसके बाद मैचों के बीच के पांच दिन हमने क्या किया. पहली सुबह से ही हम लय में नहीं थे. हमने कुक का कैच छोड़ा और उसे मौका दिया. हमें स्लिप में अपनी कैचिंग पर ध्यान देना होगा और कई अन्य चीजों पर भी. हमारा क्षेत्ररक्षण काफी खराब था.’
उन्होंने कहा, ‘ऐसा 1930 के दशक की भारतीय टीमों के साथ होता था लेकिन यह भारतीय टीम अधिक पेशेवर है. उन्हें आत्मुग्धता से प्रभावित नहीं होना चाहिए और इस मुद्दे पर जल्द से जल्द ध्यान देना चाहिए.’