scorecardresearch
 

'दंगल' देखकर गीता हुई भावुक, कहा- सचिन ने बढ़ाया मान, आमिर ने दिया सम्मान

इन दिनों गीता फोगट प्रो रेसलिंग लीग में उत्तर प्रदेश टीम को चैंपियन बनाने के उद्देश्य से जमकर पसीना बहा रही हैं. दंगल फिल्म की रिलीज ने उनके लिए एक टॉनिक का काम किया है.

Advertisement
X
दंगल
दंगल

Advertisement

इन दिनों गीता फोगट प्रो रेसलिंग लीग में उत्तर प्रदेश टीम को चैंपियन बनाने के उद्देश्य से जमकर पसीना बहा रही हैं. दंगल फिल्म की रिलीज ने उनके लिए एक टॉनिक का काम किया है. पिछले दिनों खेलों की महान हस्ती और भारत रत्न सचिन तेंदुलकर और बॉलीवुड की हस्ती आमिर खान के साथ उन्हें अपने परिवार के साथ खास स्क्रीनिंग में यह फिल्म देखने का मौका मिला जिसे वह अपने लिए सबसे बड़े सम्मान की बात मानती हैं. उनका कहना है कि सचिन और आमिर के साथ फिल्म देखना उनके और उनके परिवार के लिए सम्मान की बात है. इसके अलावा वह यह भी मानती हैं कि इस फिल्म ने उनके और बबीता को पीडब्ल्यूएल में शानदार प्रदर्शन करने के लिए एक टॉनिक का काम किया है.

गीता ने सचिन, आमिर के साथ देखी फिल्म
गीता फोगट ने कहा कि उन पर बायोपिक बनना और उसे बॉलीवुड और खेल जगत के महान दिग्गजों के साथ देखना उनके परिवार के लिए गर्व की बात है. मैं आमिर खान को फिल्म की कामयाबी के लिए शुभकामनाएं देती हूं. वहीं बबीता फोगट ने कहा कि यह फिल्म देश में कुश्ती कला को बढ़ावा देने और इस खेल को आम जनता के साथ जोड़ने में बेहद मददगार साबित होगी. महावीर फोगट का कहना है कि आमिर ने उनके किरदार को ठीक उसी तरह जीया है, जैसा कि वह अपनी जिंदगी में हैं. उन्हें भरोसा है कि यह फिल्म सफलता के सारे रिकॉर्ड तोड़ देगी.

Advertisement

फिल्म के बाद गीता और बबीता बनीं स्टार
इस फिल्म के बाद गीता और बबीता को देश में स्टार का दर्जा प्राप्त हो गया है. हर कोई फिल्म में दिखाए गए तथ्यों के बारे में उनसे बात करना चाहता है. इनकी लोकप्रियता का असर प्रो रेसलिंग लीग में उत्तर प्रदेश टीम पर भी पड़ा है जिससे यह टीम लीग में सबसे ज्यादा चर्चा का विषय बन गई है. इस टीम के प्रमोटर हनी कत्याल ने कहा कि वह गीता और बबीता को अपनी टीम में शामिल करके गर्व का अनुभव कर रहे हैं. फोगट परिवार के माध्यम से आमिर खान ने देश में महिलाओं को कुश्ती के क्षेत्र में आने में अहं भूमिका निभाई है. मुझे विश्वास है कि ये दोनों खिलाड़ी प्रो रेसलिंग लीग में उनकी टीम की बहुत बड़ी ताकत साबित होंगे और इनके प्रदर्शन से बाकी के खिलाड़ी भी प्रेरित होकर उनकी टीम को चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाएंगे.

गीता ने 2010 कॉमनवेल्थ गेम्स में जीता गोल्ड मेडल
साल 2010 के कॉमनवेल्थ गेम्स में गीता ने स्वर्ण और बबीता ने रजत पदक जीता था. उसके बाद वर्ल्ड चैंपियनशिप में पदक जीतकर दोनों स्टार बन गईं जिनमें गीता के नाम देश की पहली महिला ओलंपियन पहलवान होने का रिकॉर्ड भी दर्ज हो गया. बबीता ने इसके बाद कॉमनवेल्थ गेम्स भी गोल्ड जीता और उन्हें भी रियो ओलंपिक के लिए क्वॉलीफाई करके ओलंपियन होने का गौरव हासिल हुआ. मगर जिस तरह से साक्षी मलिक ने गीता को पीडब्ल्यूएल सीज़न-1 और ओलिम्पिक क्वॉलिफाइंग टूर्नामेंट में हराया, उससे गीता हाशिये पर चली गई थीं लेकिन अब उनका आत्मविश्वास इस कदर ऊंचा है कि वह अपने शानदार प्रदर्शन से 58 किलो वर्ग में देश की नवंबर एक खिलाड़ी बनना चाहती हैं.

Advertisement

नंबर एक पहलवान बनना है लक्ष्य
पीडब्ल्यूएल में अपने वजन में रियो ओलंपिक की दोनों पदक विजेताओं को हराना उनका पहला लक्ष्य है. उनके वजन में ट्यूनीशिया की मारवा अमरी और साक्षी मलिक हैं. दोनों ने रियो ओलंपिक में कांस्य पदक हासिल किया था. मारवा ओलंपिक में पदक जीतने वाली पहली अफ्रीकी महिला पहलवान हैं जबकि साक्षी कुश्ती में पदक जीतने वाली एकमात्र महिला ओलंपियन हैं. गीता को इन दोनों के साथ अपने मुक़ाबले का बेसब्री से इंतज़ार है. उनका कहना है कि शादी के बाद भी उनका अभ्यास जारी है. उन्हें अपने खेल को निखारने में अपने पति पवन से भी काफी मदद मिल रही है. उन्हें यकीन है कि वह और गीता इस बार यूपी टीम को चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाएंगे.

Advertisement
Advertisement