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अमरनाथ के बिना अधूरा रहता वर्ल्ड कप का सपना, हैप्पी बर्थडे 'जिमी पा'

बेशक मोहिंदर अमरनाथ ने सुनील गावस्कर, सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और सौरभ गांगुली जितने रन नहीं बनाए, लेकिन बड़े-बड़े दिग्गज उन्हें इन खिलाड़ियों से कहीं कम भी नहीं आंकते. मोहिंदर अमरनाथ को प्यार से ‘जिमी’ पुकारा जाता है. आज वे अपना 64वां जन्मदिन मना रहे हैं.

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मोहिंदर अमरनाथ की फाइल फोटो
मोहिंदर अमरनाथ की फाइल फोटो

बेशक मोहिंदर अमरनाथ ने सुनील गावस्कर, सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और सौरभ गांगुली जितने रन नहीं बनाए, लेकिन बड़े-बड़े दिग्गज उन्हें इन खिलाड़ियों से कहीं कम भी नहीं आंकते. अमरनाथ को प्यार से ‘जिमी’ पुकारा जाता है. आज वे अपना 64वां जन्मदिन मना रहे हैं. अमरनाथ किस स्तर के खिलाड़ी थे उसका अंदाजा इसी बात से लग जाता है कि सुनील गावस्कर, इमरान खान, विवियन रिचर्ड्स, डेविड बून, माइकल होल्डिंग, मैलकम मार्शल और कपिल देव जैसे बड़े दिग्गज कभी इनकी तारीफ करते थके नहीं.

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अपने जीवन में ‘मास्टर ऑफ कम बैक’ के नाम से जाने जाने वाले मोहिंदर अमरनाथ ने अपने करियर की शुरुआत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1969 में फास्ट बॉलिंग ऑलराउंडर के रूप में की. लेकिन एक मैच के बाद ही उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया, और इसके बाद राष्ट्रीय टीम में वापसी करने के लिए उन्हें 6 साल से ज्यादा का इंतजार करना पड़ा.

1983 में कपिल देव की कप्तानी में भारत ने विश्व कप जीतकर इतिहास बनाया. लेकिन उस इतिहास को बनाने में मोहिंदर अमरनाथ ने सबसे बड़ा किरदार निभाया. इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में अमरनाथ ने मात्र 27 रन देकर डेविड गावर और माइक गेटिंग के महत्वपूर्ण विकेट चटकाए. इसके बाद बल्लेबाजी करने उतरे अमरनाथ ने शानदार 46 रनों की पारी खेलकर भारत को फाइनल में पहुंचा दिया. अमरनाथ ‘मैन ऑफ द मैच’ रहे.

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फाइनल में भारत का सामना उस वक्त की सबसे खतरनाक टीम वेस्टइंडीज के साथ था. वेस्टइंडीज ने टॉस जीतकर भारत को बल्लेबाजी करने की दावत दी, लेकिन भारत की टीम मैलकम मार्शल, माइकल होल्डिंग, एंडी रोबर्ट्स और जोएल गार्नर की सनसनाती गेंदों के सामने मात्र 183 रन पर ही ढेर हो गई. कैरिबियाई गेंदबाजों की आग उगलती गेंदों के सामने जहां भारतीय बल्लेबाजो के लिए क्रीज में खड़ा रहना मुश्किल हो रहा था, वहीं गजब का संघर्ष पेश करते हुए अमरनाथ ने 80 गेंदों पर 26 रन बनाए. बाद में गेंदबाजी करते हुए भी अमरनाथ का प्रदर्शन लाजवाब रहा और उन्होंने सिर्फ 12 रन देकर 3 कीमती विकेट लिए, और भारत विश्व चैंपियन बन गया. अमरनाथ न सिर्फ ‘मैन ऑफ द मैच’ चुने गए बल्कि उन्हें ‘मैन ऑफ द सीरीज’ के खिताब से भी नवाजा गया.

अमरनाथ के लिए सबसे बढ़िया सीजन 1982-83 का था, जब वे 3 साल बाद टीम में वापसी कर रहे थे. उन्होंने वेस्टइंडीज और पाकिस्तान के खिलाफ 11 टेस्ट मैचों में 1182 रन बनाए और 5 शतक जड़े. यह प्रदर्शन खास इसलिए हो जाता है, क्योंकि उस समय पाकिस्तान और वेस्टइंडीज दोनों के पास सबसे बेहतरीन गेंदबाज हुआ करते थे. अमरनाथ ने जो लगन और प्यार क्रिकेट के प्रति दिखाया वो युवाओं के लिए एक उदाहरण है.

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मोहिंदर अमरनाथ का क्रिकेटिंग रिकॉर्डः

 

मैच

रन

औसत

उच्चतम

शतक

विकेट

टेस्ट

69

4378

42.50

138

11

32

वनडे

85

1924

30.53

102*

2

46

घरेलू

248

13747

43.22

207

30

277

Live TV

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