हरप्रीत सिंह और विजय कुमार ने राष्ट्रमंडल खेलों में रविवार को पुरुषों की व्यक्तिगत 25 मीटर सेंटर फायर पिस्टल निशानेबाजी स्पर्धा में क्रमश: स्वर्ण और रजत पदक जीता.
भारतीय निशानेबाजों ने इसके साथ ही अपना स्वर्णिम अभियान जारी रखा लेकिन महिला निशानेबाज सुमा शिरूर और कविता यादव कर्णी सिंह शूटिंग रेंज पर 10 मीटर एयर राइफल एकल के शीर्ष तीन में जगह बनाने में विफल रही.
हरप्रीत ने 580 के स्कोर के साथ मौजूदा खेलों का अपना दूसरा स्वर्ण जीता. इससे पहले उन्होंने विजय के साथ मिलकर इसी स्पर्धा के पेयर्स वर्ग का खिताब जीता था.
विजय ने आस्ट्रेलिया के मिशेलेंग्लो गुइसटिनियानो, इंग्लैंड के माइकल गाल्ट, सिंगापुर के मेंग लिप पोह के साथ 574 अंक बनाकर दूसरे स्थान पर टाई रहने के बाद शूट आफ में रजत पदक जीता. विजय ने शूट ऑफ में संभावित 50 में से 49 अंक जुटाये जो कांस्य पदक जीतने वाले पोह से एक अधिक है.
दूसरी तरफ महिला 10 मीटर एयर राइफल एकल में शिरूर 495.5 अंक और कविता 495.1 के साथ पदक की दौड़ से बाहर रही. इस स्पर्धा का स्वर्ण सिंगापुर की जेसमीन वेइ शियांग सेर ने 501.7 अंक के साथ जीता. जेसमीन ने भारत की अंजलि भागवत का 500.8 अंक का राष्ट्रमंडल रिकार्ड भी तोड़ा.{mospagebreak}
इससे पहले 25 मीटर रेंज में भ्रम की स्थिति पैदा हुई कि शूट ऑफ में किस निशानेबाज ने अधिक अंक बनाये. गुइसटिनियानो के पास सीमित कारतूस बचे थे इसलिए उन्होंने फाइनल के लिए कारतूस बचाने के लिए ट्रायल में अपने पांच शॉट का प्रयोग नहीं किया जिसके कारण इलेक्ट्रानिक स्कोर बोर्ड पर उनका फाइनल स्कोर नहीं आया.
ऐसी स्थिति में डिफाल्टर अधिकतर गलत निशाने पर मारता है और उसके बाद खड़े निशानेबाज को फायदा और नुकसान दोनों को सकता है.
गुइसटिनियानो के बाद खड़े पोह ने विजय को रजत मिलने के बाद विरोध किया. सिंगापुर के निशानेबाज ने दावा किया कि उसने परफेक्ट 50 का स्कोर बनाया है लेकिन ज्यूरी ने इसे नकार दिया.