दो गोल से पिछड़ने के बाद शानदार वापसी करते हुए भारत ने बेल्जियम को 4-2 से हराकर हीरो चैम्पियंस ट्रॉफी हॉकी टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में जगह बना ली, जहां उसका सामना चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से होगा. पिछले मैच में नीदरलैंड को हराने वाली भारतीय टीम ने विश्व रैंकिंग में चौथे नंबर पर काबिज बेल्जियम के खिलाफ उस लय को बरकरार रखा.
खेल के 18वें मिनट में भारत दो गोल से पीछे था, जब बेल्जियम के लिये फेलिक्स डेनायेर (12वां मिनट) और सेबेस्टियन डोकियेर (18वां मिनट) ने गोल दाग दिए. इसके बाद दुनिया की नौवे नंबर की टीम भारत ने उसी मिनट रूपिंदर पाल सिंह (18वां) के गोल के दम पर वापसी की कवायद शुरू की. एसके उथप्पा ने 27वें मिनट में बराबरी का गोल दागा, जबकि आकाशदीप सिंह (41वां मिनट) और धरमवीर सिंह (49वां मिनट) ने गोल करके भारत को शानदार जीत दिलाई.
भारत का सामना शनिवार को दूसरे सेमीफाइनल में पाकिस्तान से होगा. वहीं विश्व चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया पहले सेमीफाइनल में जर्मनी से खेलेगा. इस जीत के साथ भारत ने बेल्जियम से नीदरलैंड में इस साल हुए विश्व कप में मिली 2-3 से हार का बदला चुकता कर लिया. पहले क्वार्टर में बेल्जियम ने दबदबा बनाए रखा और शुरुआती दस मिनट में दो पेनल्टी कॉर्नर बनाए, लेकिन भारतीय गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने उन्हें कामयाब नहीं होने दिया. दानिश मुज्तबा ने जवाबी हमले में गोल करने का मौका गंवाया और धरमवीर सिंह के पास पर उनकी हिट बेल्जियम के गोलकीपर विंसेंट वनाश के पास चली गई. बेल्जियम के लिए तीसरे पेनल्टी कॉर्नर पर डेनायेर ने गोल दागा. दूसरे क्वार्टर में भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही और तीन मिनट के भीतर सेबेस्टियन ने गोल करके बेल्जियम की बढ़त दुगुनी कर दी.
दो गोल गंवाने के बाद स्टेडियम में कलिंगा जमा करीब 7000 भारतीय प्रशंसकों को मानों सांप सूंघ गया. भारतीय टीम ने हालांकि संयम नहीं खोया और वापसी करते हुए पहला पेनल्टी कॉर्नर बनाया. इसे रूपिंदर पाल सिंह ने गोल में बदला.
इसके कुछ मिनट बाद रमनदीप सिंह के शॉट को विंसेंट ने बचा लिया. धरमवीर के शाट पर भी बेल्जियम गोलकीपर ने गोल नहीं होने दिया. भारत के लिए बराबरी का गोल 27वें मिनट में उथप्पा ने किया. सर्कल के बाहर से वीआर रघुनाथ से मिले पास पर उन्होंने गेंद का रुख अपनी स्टिक से गोल की तरफ किया.
ब्रेक से कुछ सेकंड पहले बेल्जियम ने गोल करने का सुनहरा मौका गंवाया, जब खाली पड़े भारतीय गोल के बावजूद टॉम बून सही निशाना नहीं लगा सके. ब्रेक के बाद भारत ने हमले बोलना जारी रखा और उसका फल तीसरे गोल के रूप में मिला. एसवी सुनील के प्रयास को विंसेंट ने नाकाम कर दिया, लेकिन आकाशदीप ने रिबाउंड पर गोल करके भारत को 3-2 से बढ़त दिलाई. इसके बाद से भारतीयों ने जबर्दस्त आक्रामक खेल दिखाते हुए विरोधी गोल पर लगातार हमले बोले.
बेल्जियम को इस बीच एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन इसे रघुनाथ ने कामयाब नहीं होने दिया. भारत के लिए चौथा गोल धरमवीर ने कप्तान सरदार सिंह से मिले पास पर किया. बेल्जियम को आखिरी मिनटों में मिला पेनल्टी कॉर्नर बेकार गया.
---इनपुट भाषा से