महेंद्र सिंह धोनी ने टेस्ट क्रिकेट से सन्यास क्या लिया, लग रहा है मानो उन्होंने सर्वस्व दान कर दिया. ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज़ की पराजय पर गुस्सा अचानक उनके प्रति सहानुभूति में बदल गया है. देशभर के भोल-भाले क्रिकेट प्रेमी याद कर रहे हैं कि उन्होंने अपने करिअर में क्या-क्या उल्लेखनीय किया. ऐसा क्यों हो रहा है?
धोनी को भारतीय टेस्ट टीम की कप्तानी सौंपी गई थी. उसे ऊंचाई पर पहुंचाना तो उनका काम ही था. टीम ने भी साथ दिया. कुछ उस तेवर ने भी तो कमाल दिखाया, जो सौरव गांगुली भारतीय टीम को गुरुमंत्र की तरह दे गए थे.
अब आइए, धोनी के ऐक्शन रीप्ले से समझिए और तय कीजिए कि वे कितने महान कप्तान हैं-
1. वे आईसीसी टेस्ट रैकिंग में देश को नंबर वन पर ले गए. लेकिन ये भी सच्चाई है कि 2000 से 2010 तक जिस टीम इंडिया ने विदेशों में 41 टेस्ट खेले, सिर्फ 14 हारे. वही धोनी की कप्तानी में 2011 से अब तक खेले गए 24 टेस्ट में से 15 गंवा चुकी है. यानी सिर्फ घर में ही शेर हैं धोनी.
2. वन-डे और टी-20 में टीम इंडिया को दुनिया में ऊंचा मुकाम हासिल है. धोनी की कप्तानी को उसका श्रेय भी जाता है. इन दोनों फॉर्मेट में उनके नेतृत्व में टीम इंडिया ने विश्वकप जीते हैं. लेकिन एक सच्चाई यह भी है कि आईपीएल टूर्नामेंट में जिस टीम का वे हिस्सा हैं, वह सवालों के घेरे में है. धोनी पर भी आरोप लगे हैं. वे बीसीसीआई के विवादास्पद पूर्व अध्यक्ष श्रीनिवासन की कंपनी इंडिया सीमेंट के भी एम्प्लाई हैं. यानी हर तरह से एक कॉर्पोरेट हाउस से जुड़े हैं, जिसका जुड़ाव क्रिकेट से भी है.
अब जबकि भारतीय टीम के सभी खिलाड़ी आईपीएल के कारण किसी ने किसी कॉर्पोरेट हाउस से जुड़े हैं तो अकेले धोनी की कैसे चलेगी. टीम के भीतर नेतृत्व पर सवाल तो उठने ही हैं. बवाल तो होने ही हैं. सहवाग, गौतम गंभीर, हरभजन, जहीर जैसे खिलाड़ी बेहद सामान्य माहौल में टीम से बाहर नहीं हुए.
ऑस्ट्रेलिया में शुरुआती दो टेस्ट में टीम इंडिया की पराजय हो चुकी है. तीसरा हारते-हारते बची. इससे पहले कि चौथे और आखिरी टेस्ट का ऐसा हश्र होता, धोनी ने अचानक संन्यास ले लिया. बीच मझधार में. चौंकाते हुए. यही बताया कि वे वनडे और टी-20 पर ध्यान देना चाहते हैं, लेकिन सवाल तो उनके नेतृत्व पर ही है? डेढ़ महीने बाद टीम इंडिया वनडे वर्ल्डकप खेल रही होगी, क्या संभावना लगती है? भारतीय क्रिकेट प्रेमियों की ओर से संन्यास पर मिली सहानुभूति उन्हें मजबूती दे पाएगी?