स्पॉट फिक्सिंग मामले में सबसे बुरी तरह प्रभावित रही राजस्थान की टीम शुक्रवार को यहां हैदराबाद की मजबूत टीम के खिलाफ अपने टी-20 लीग अभियान का सकारात्मक शुरुआत करके मैदान के बाहर की अपनी छवि को साफ करने की कोशिश करेगी. भारतीय तेज गेंदबाज एस श्रीसंत और उनके दो अन्य साथियों अजित चंदीला और अंकित चव्हाण को जब पिछले सत्र में कम से कम तीन टी-20 लीग मैचों में स्पॉट फिक्सिंग में शामिल रहने के लिये गिरफ्तार किया गया तो रॉयल्स की टीम को तब लग रहा था कि उसके साथ विश्वासघात हुआ है. उसने हालांकि इसका प्रभाव अपने मैदानी प्रदर्शन पर नहीं पड़ने दिया था. पिछले साल राजस्थान की टीम तीसरे स्थान पर रही थी. राहुल द्रविड़ की अगुवाई में उसकी टीम ने बड़े नाम नहीं होने के बावजूद बहुत अच्छा खेल दिखाया था.
नए कप्तान शेन वाटसन ने कहा कि पिछले साल स्पॉट फिक्सिंग का विवाद टीम में दो तीन खराब प्रवृत्ति के लोगों की उपस्थिति का परिणाम था. उन्होंने आश्वासन दिया कि टीम इससे उबर चुकी है और उसका पूरा ध्यान अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने पर है. द्रविड़ इस बार मेंटर की भूमिका निभा रहे हैं. इस दिग्गज बल्लेबाज के अलावा कोच पैडी उपटन और कप्तान वाटसन के मार्गदर्शन में हमेशा 'अंडरडॉग' मानी जाने वाली टीम इस बार भी आश्चर्यजनक परिणाम देने की कोशिश करेगी. इस साल राजस्थान ने अच्छी संतुलित टीम का चयन किया है. उसने स्टीवन स्मिथ, टिम साउदी, उन्मुक्त चंद और रजत भाटिया जैसे खिलाड़ियों चुना है जबकि वाटसन, अजिंक्य रहाणे, स्टुअर्ट बिन्नी, संजू सैमसन, जेम्स फाकनर और ब्रैड हाज जैसे मैच विजेताओं को रिटेन किया है.
राजस्थान के नए खिलाड़ी कर सकते हैं कमाल
वाटसन हमेशा से राजस्थान के लिए प्रमुख खिलाड़ी रहे हैं और टीम को उनकी अगुवाई में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है. राजस्थान हमेशा अनुभवहीन होने के बावजूद नए खिलाड़ियों को मौका देता रहा है. पिछले साल 19 साल के संजू सैमसन और 42 साल के प्रवीण थाम्बे ने टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन किया था. जहां तक हैदराबाद की बात है कि वह पिछले सत्र में एलिमिनेटर में इसी प्रतिद्वंद्वी से हार गया था और वह बदला लेने के लिये मैदान पर उतरेगा. पिछले साल हैदराबाद ने चौथे स्थान पर रहकर सभी हैरत में डाल दिया था जबकि वह उसका पहला सत्र था. हैदराबाद ने नीलामी में अपनी चतुराई दिखाई और कुछ प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को खरीदा.
इशांत पर होगा दारोमदार
शीर्ष क्रम में शिखर धवन, आरोन फिंच और डेविड वार्नर तथा निचले क्रम में विस्फोटक डेरेन सैमी तथा रिकी भुई और मनप्रीत जुनेजा जैसे भारतीय खिलाड़ियों की मौजूदगी से टीम को मजबूती मिली है. हैदराबाद की गेंदबाजी की अगुवाई फिर से दक्षिण अफ्रीका के डेल स्टेन करेंगे. उनके साथ इशांत शर्मा और भुवनेश्वर कुमार जैसे उपयोगी तेज गेंदबाज हैं. स्पिन आक्रमण की जिम्मेदारी हाल में विश्व टी20 में शानदार प्रदर्शन करने वाले अमित मिश्रा पर रहेगी जिसमें उनका साथ कर्ण शर्मा और परवेज रसूल देंगे. दोनों टीमें कागजों पर मजबूत दिखती हैं, इसलिए रोचक मुकाबले की उम्मीद की जा सकती है.