महेंद्र सिंह धोनी के चोटिल होने की वजह से एशिया कप में टीम इंडिया की कप्तानी करेंगे विराट कोहली. क्रिकेट प्रेमी उनमें भविष्य का कप्तान पर देख रहे हैं. पर कोहली फिलहाल इस पर ज्यादा ध्यान नहीं दे रहे. कोहली का कहना है कि वो सिर्फ एक टूर्नामेंट के लिए कप्तान हैं. यह नियमित कप्तानी से अलग है और वे इस भूमिका के बारे में ज्यादा कुछ नहीं सोच रहे.
पत्रकारों से बातचीत में कोहली ने कहा, 'पिछले कुछ वर्षों में मैंने जो कुछ भी हासिल किया है उसकी इससे तुलना नहीं की जानी चाहिए. मैं सिर्फ एक टूर्नामेंट के लिए कप्तान हूं. यह नियमित कप्तानी से बिल्कुल अलग है. जीतने पर आपकी तारीफ होती है और हारने पर आलोचना. यह सब खेल का हिस्सा है.
उन्होंने कहा, 'मैं फिलहाल वह सब नहीं सोच रहा हूं. मुझे एक टूर्नामेंट की जिम्मेदारी दी गई है जैसी कि पहले भी मिल चुकी है. यह काफी कठिन चुनौती है. मैने अभी तक सिर्फ आठ मैचों की कप्तानी की है लेकिन यह एक बड़ा टूर्नामेंट है. मुझे इस चुनौती का इंतजार है. हमारे पास अच्छे प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं. हमारा रिकॉर्ड पहले ही से अच्छा है और मैं इसे और बेहतर करना चाहता हूं. एशिया कप का पहला मैच भारत और बांग्लादेश के बीच खेला जाएगा.
पाकिस्तान के साथ 2 मार्च को होने वाले मैच के बारे में उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान के खिलाफ सिर्फ एक मैच नहीं बल्कि हमारा मकसद टूर्नामेंट जीतना है. पाकिस्तान के खिलाफ मैच को लेकर हमेशा थोड़ा हाइप रहता है और निश्चित तौर पर उसमें काफी दबाव रहेगा. लेकिन हमें सभी मैच जीतने हैं.'
गौरतलब है कि भारतीय क्रिकेट टीम मंगलवार से शुरू हो रहे 12वें एशिया कप में खोई लय हासिल करने और उपमहाद्वीप में अपना दबदबा बरकरार रखने के लिए उतरेगी. जीत इसलिए भी जरूरी है क्योंकि इसका स्वाद भूलने लगी है टीम इंडिया. पिछले दो दौरे, दोनों विदेशी जमीन पर. पहला साउथ अफ्रीका, तो दूसरा न्यूजीलैंड. दोनों जगह बुरी तरह चित्त हुए धोनी के धुरंधर.
पांच बार एशिया कप जीत चुकी है टीम इंडिया
मुकाबला अभी भी आसान नहीं. सामने हैं चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश और अफगानिस्तान. घायल महेंद्र सिंह धोनी की गैर मौजूदगी में विराट कोहली की कप्तानी में आई भारतीय टीम पांच बार एशिया कप जीत चुकी है, लेकिन पिछले कुछ महीने के प्रदर्शन को देखते हुए उसे इस बार प्रबल दावेदार नहीं कहा जा सकता. दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड दौरे पर खराब प्रदर्शन का कारण बदतर गेंदबाजी और बल्लेबाजी में कोहली पर अत्यधिक निर्भरता रही.