कैंसर को मात देकर क्रिकेट में वापसी करके लोगों को जीने की नई राह सिखाने वाले क्रिकेटर युवराज सिंह ने साफ तौर पर कहा है कि वह बिग बॉस के घर का हिस्सा नहीं बन रहे हैं. वह खुद को ही ‘बिग बॉस’ मानते हैं.
खुद हूं 'बिग बॉस', 'बिग बॉस' के घर जाने की क्या जरूरत
युवराज ने मजाकिया अंदाज में कहा, ‘बिग बॉस तो मैं हूं. मुझे वहां जाने की क्या जरूरत.’ इसके बाद उन्होंने गंभीर जवाब भी दिया. उन्होंने कहा, ‘मेरा लक्ष्य भारत की तरफ से खेलना है और मैं केवल उसी पर ध्यान दे रहा हूं.’ अफवाहें थी कि युवराज इस साल बिग बॉस के घर का हिस्सा बनेंगे. उनके अलावा स्पॉट फिक्सिंग में फंसे तेज गेंदबाज एस श्रीसंत को भी इस रियल्टी शो में लेने की अफवाह है. इनवेस्टर्स क्लीनिक के ब्रांड एंबेसडर बने युवराज से पूछा गया कि इस कंपनी का हेल्पलाइन नंबर 8010101010 के बजाय टी-20 वर्ल्ड कप 2007 में लगाए उनके 6 छक्कों पर क्यों नहीं चुना गया, उन्होंने कहा, ‘अगर इसमें छक्कों का जिक्र होता तो फिर लाइन काफी व्यस्त हो जाती.’
टीम इंडिया के ऑल राउंडर युवराज सिंह पूरी तरह फिट हो गए हैं और टीम में वापसी करने के लिए तैयार हैं. युवी का मानना है कि टीम में बैलेंस बनाने के लिए एक्सपीरियंस और यंग टैलेंट दोनों का होना बहुत जरूरी है. ऐसा ही कुछ हमारे कैप्टन कूल महेंद्र सिंह धोनी का भी कहना है. युवी ने साथ ही कहा कि मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर उन्हें अपने बचपन की याद दिलाते हैं.
अर्जुन तेंदुलकर दिलाते हैं युवी को अपने बचपन की याद
युवराज ने शुक्रवार को सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर का फोटा ट्वीट करके कहा था कि बाएं हाथ का युवा बल्लेबाज उन्हें अपने बचपन की याद दिलाता है. इस बारे में उन्होंने कहा, ‘मुझे सचिन ने कुछ समय पहले बताया था कि उसकी (अर्जुन) बल्लेबाजी शैली काफी हद मेरी जैसी है. मैंने जब उसे देखा तो मुझे भी ऐसा लगा. मुझे चंडीगढ़ में बिताए गए शुरुआती दिन याद आ गए. वह भी क्रिकेट के प्रति अपने पिता जैसा जुनूनी है.’
युवी ने कहा है कि वो जल्द से जल्द नेशनल टीम में वापसी करना चाहते हैं और इस बीच किसी भी डोमेस्टिक क्रिकेट में खेलने के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा, ‘मुझे बहुत खुशी है कि युवा खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. उनका भविष्य शानदार है, लेकिन टीम में बैलेंस बनाने के लिए एक्सपीरियंस और यंग टैलेंट का मिश्रण जरूरी है.’
2011 वर्ल्ड कप जितानें में काम आया था ये 'बैलेंस'
भारत को 2011 वर्ल्ड कप में खिताब दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले युवी ने कहा, ‘धोनी ने अगर कुछ कहा है तो निश्चित तौर पर कुछ सोच कर कहा होगा. वर्ल्ड कप 2011 में सभी समझते हैं, कि एक्सपीरियंस और यंगस्टर्स के होने से हमें क्या फायदा मिला. हमें उनके (पुराने खिलाड़ियों) योगदान को नहीं भूलना चाहिए.’
फिटनेस कर चुका हूं हासिल, वापसी के लिए हूं तैयार
फिटनेस हासिल करने के लिए फ्रांस में महत्वपूर्ण समय गुजारने वाले युवराज ने कहा कि इस दौरे के बाद खुद को टीम में वापसी के लिए पूरी तरह फिट मानते हैं. युवराज से पूछा गया कि क्या उन्हें लगता है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अक्टूबर में होने वाली वनडे सीरीज में वापसी करना उनके लिए कठिन होगा, उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं पता कि आगे क्या होगा. मैं नहीं जानता कि अक्टूबर से पहले कितनी डोमेस्टिक क्रिकेट होगी, लेकिन मुझे अपनी योग्यता पर जरा भी शक नहीं है. मैं जल्द से जल्द टीम में वापसी के लिए तैयार हूं. बाकी सब भाग्य का खेल है.’
2015 वर्ल्ड कप अभी बहुत दूर
अब तक 40 टेस्ट और 282 वनडे खेल चुके इस ऑलराउंडर से पूछा गया कि क्या वह खुद को 2015 में होने वाले वर्ल्ड कप के लिए टीम में जगह के दावेदार मानते हैं, उन्होंने कहा, ‘वर्ल्ड कप में तो अभी दो साल का समय है. उससे पहले अभी बहुत कुछ होना है. फिलहाल मेरा लक्ष्य जल्द से जल्द टीम में वापसी करना है.’ कैंसर से उबरकर पिछले साल वापसी करने वाले युवराज ने कहा कि फ्रांस में बिताया गया समय काफी अच्छा रहा. उन्होंने कहा, ‘नेशनल क्रिकेट अकैडमी में अच्छी सुविधाएं हैं लेकिन एक अलग तरह के माहौल में फिटनेस हासिल करना अच्छा रहा है. यहां मेरा ध्यान बंट जाता वहां मैं पूरी तरह से फिटनेस पर ध्यान केंद्रित करने में सफल रहा.’
युवी के साथ जहीर ने भी की फिटनेस ट्रेनिंग
युवराज के साथ तेज गेंदबाज जहीर खान ने भी फ्रांस में फिटनेस ट्रेनिंग की थी. युवराज ने कहा, ‘जैक (जहीर) ने अपना वजन छह किलो कम किया है. उसने अपना पूरा ध्यान फिटनेस पर लगाया. वह भी मेरी तरह कड़ी मेहनत कर रहा है. हमने एक साथ भारत की तरफ से खेलना शुरू किया था और बहुत अच्छे दोस्त हैं. हम एक दूसरे का उत्साह बढ़ाते रहते हैं.’