टेस्ट मैचों में अपनी फिरकी पर टीम इंडिया को नचाने वाले मोईन अली ने बर्मिंघम में 50 गेंदों में चार चौके और तीन छक्कों के साथ 67 रनों की पारी खेली जिससे इंग्लैंड की टीम सम्मानजनक स्कोर तक पहुंच सकी. अब मोईन ने बताया कि उन्होंने ऐसा सुरेश रैना की बैटिंग को देख कर किया.
अली ने अंतिम वनडे मैच से पहले कहा, ‘पहले दो मैचों में बाहर से बैठकर मैं भारतीयों को बल्लेबाजी करते हुए देखता था, मैंने पहले गेम में सुरेश रैना जैसे खिलाड़ी को खेलते देखा. वे मुश्किल में थे और वह इससे बाहर निकल आया और उसने वैसा खेल दिखाया जैसा वह खेलता है. आप उनके तरीके से काफी कुछ सीख सकते हो, कि निडर होकर अपने शॉट खेलते रहो.’
उन्होंने कहा, ‘अगर कोई जोखिम होता है तो भी वे इसे लेते हैं. कभी कभार यह कारगर नहीं होता लेकिन बतौर टीम हम सभी यह कर सकते हैं और इस योजना का कार्यान्वयन कर सकते हैं.’ इंग्लैंड ने चौथा वनडे नौ विकेट से गंवा दिया जिससे भारत ने पांच मैचों की सीरीज में 3-0 की अजेय बढ़त हासिल की. लेकिन अली को अब भी लगता है कि टीम में जीतने की भूख है.
अली ने कहा, ‘अभी खेलने के लिये काफी खेल बचा है. इंग्लैंड के लिये मैच जीतना महत्वपूर्ण है, वह (एलिस्टर कुक) हमें एकजुट कराने, कड़ी मेहनत कराने और योजना का कार्यान्वयन कराने की कोशिश कर रहा है.’ बर्मिंघम में अली का पचासा मौजूदा वनडे सीरीज में इंग्लैंड की ओर से पहला अर्धशतक था और बाएं हाथ यह बल्लेबाज इस बात से खुश है कि वह टीम के लिये कुछ योगदान कर सका.
उन्होंने कहा, ‘मैं सिर्फ टीम के लिये स्कोर बनाने की कोशिश कर रहा था. मैं वैसे ही खेल रहा था जैसे मैं खेलता हूं. मैं सिर्फ अपनी बल्लेबाजी का लुत्फ उठा रहा था. शुक्र है कि सबकुछ ठीक हुआ.’