चेला अगर गुरु के लिए चुनौती बन जाए तो माहौल काफी रोमांचक हो जाता है. अर्जेंटीना के गोलकीपर सर्जियो रोमेरो ने कभी अपने ही कोच रहे वैन गाल की टीम नीदरलैंड के वर्ल्डकप से बाहर निकलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
नीदरलैंड के कोच लुइस वैन गाल ने मैच के बाद कहा कि उन्होंने ही पेनल्टी रोकने के तरीके रोमेरो को सिखाए थे. सेमीफाइनल मुकाबले में अर्जेंटीना ने नीदरलैंड को 4-2 से हराकर फाइनल में अपनी जगह बनाई है.
नीदरलैंड के वर्ल्डकप से बाहर निकलने के बाद कोच लुइस वैन गाल ने कहा कि रोमेरो को मैंने ही पेनल्टी रोकना सिखाया था, जिसका अंजाम मुझे नीदरलैंड की हार से भुगतना पड़ा.
रोमेरो ने नीडरलैंड की ओर से दागे गए 2 पेनल्टी शूटआउट को रोका था. वैन गाल 2007-09 में रोमेरो के क्लब डच अल्मार में कोच थे. रोमेरो ने अपने पूर्व कोच के बारे में बताया, लुइस ने कहा था कि शूटआउट को जीतना हमारे लिए चांस बन जाता है
रोमेरो ने कहा कि मुझमे विश्वास था. शुक्र है कि मैच का अच्छा रिजल्ट आया. रोमेरो एक समय में अपने क्लब मोनेको के स्टार्टर भी नहीं थे. लेकिन आज रोमेरो के पास विश्वकप में 3 स्ट्रेट क्लीन शीट हैं.
रोमेरो ने बताया कि उन्होंने वैन गाल और साबेला से बहुत कुछ सीखा. सेमीफाइनल मैच खत्म होने के बाद ड्रेसिंग रुम में जाकर रोमेरो ने वैन गाल से मुलाकात भी की थी.
वैन के बारे में रोमेरो ने बताया कि मैं वैन के हमेशा शुक्रगुजार रहूंगा. उन्होंने एक अंजान देश में मेरी काफी मदद की. वर्ल्डकप में अर्जेंटीना ने नीडरलैंड को हराकर फाइनल में अपनी जगह बना ली है. अब फाइनल में अर्जेंटीना का मुकाबला जर्मनी से होगा.