सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को बीसीसीआई अध्यक्ष पद के तौर पर एन श्रीनिवासन की जगह सुनील गावस्कर के नाम का प्रस्ताव दिया है और इस महान बल्लेबाज ने कहा कि वो देश की शीर्ष कोर्ट के निर्देशों का पालन करके खुश और सम्मानित होंगे.
सुप्रीम कोर्ट चाहता है तो ऐसा करूंगा...
गावस्कर ने कहा, 'पहली बात तो अगर शीर्ष कोर्ट कुछ सुझाव देता है तो आपको ऐसा करना चाहिए लेकिन यह रिकॉर्ड पर होना चाहिए. इस समय मेरा बीसीसीआई से कमेंटेटर के तौर पर अनुबंध है, लेकिन अगर सुप्रीम कोर्ट चाहता है तो मैं ऐसा करूंगा. उन्होंने कहा, 'जब सुप्रीम कोर्ट आपसे कहता है तो इसके बारे में कोई सवाल ही नहीं उठता, आप इसके बारे में कुछ नहीं कर सकते और वे मुझे जो कुछ करने के लिए कहेंगे, मुझे ऐसा करने में खुशी होगी.'
आखिरी फैसले का करूंगा इंतजार...
पूर्व भारतीय कप्तान गावस्कर ने कहा कि वह कोर्ट के अंतिम आदेश का इंतजार करेंगे. उन्होंने कहा, 'मैं इस पर विचार करूंगा, यह बहुत बड़ा सम्मान है कि सुप्रीम कोर्ट मानता है कि मैं इस पद के लिए ठीक रहूंगा. लेकिन हमें कल तक इंतजार करना होगा कि आदेश क्या होता है. हमें सीधे फैसले पर नहीं पहुंच जाना चाहिए.'
हर चुनौती के लिए तैयार रहता हूं...
यह पूछने पर कि क्या वह चुनौती के लिए तैयार हैं तो गावस्कर ने कहा, 'बतौर सलामी बल्लेबाज आपको हर तरह की चुनौती के लिए तैयार रहना चाहिए, आपको हर तरह की पिचों पर खेलना होता है, आप मानसिक और शारीरिक रूप से चुनौती के लिए हमेशा तैयार रहते हो.'
सुर्खियों से दूर रहकर खुश हूं...
उन्होंने कहा, 'आज भी मैं हालांकि सुर्खियों से दूर रहकर ही खुश हूं, लेकिन अगर सुप्रीम कोर्ट मुझसे कुछ कराना चाहता है तो मैं जरूरत के मुताबिक तैयार हूं.'
CSK और RR पर भी बोले गावस्कर
सुप्रीम कोर्ट ने चेन्नई सुपरकिंग्स के साथ राजस्थान रॉयल्स को तब तक आईपीएल-7 से निलंबित करने का प्रस्ताव दिया है, जब तक सट्टेबाजी और स्पॉट फिक्सिंग का यह मामला लंबित है. गावस्कर ने कहा, 'यह दुखद है. वे चैंपियन हैं. 2008 में राजस्थान रॉयल्स चैंपियन था और चेन्नई सुपरकिंग्स ने तीन बार खिताब जीता, उन्होंने लोगों को खुशी के काफी मौके दिए इसलिए इससे क्रिकेट फैन्स काफी दुखी होंगे.'
IPL-7 निलंबित करने के पक्ष में नहीं गावस्कर
पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष शशांक मनोहर ने कल आईपीएल-7 को तब तक निलंबित करने की मांग की थी, जब तक सीबीआई इस मामले की अच्छी तरह जांच नहीं कर लेता. लेकिन गावस्कर इस बात से हैरान थे कि इससे खेल को किस तरह मदद मिलेगी. गावस्कर ने कहा, 'ऐसे हालात में, आपकी अलग-अलग राय होंगी. आपको आराम से बैठकर इसके बारे में सोचना होगा. मैं नहीं जानता कि इससे कैसे मदद मिलेगी. जब 14 साल पहले फिक्सिंग प्रकरण सामने आया था तो भी क्रिकेट जारी रहा. हमें कुछ कदम उठाने होंगे. आईपीएल में प्रत्येक टीम के लिए भ्रष्टाचार रोधी अधिकारी होने चाहिए ताकि युवा खिलाड़ी जान सकें कि कहां संपर्क किया जाए.'
श्रीनिवासन पर भी बोले गावस्कर...
श्रीनिवासन, जिन्होंने सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद भी इस्तीफा नहीं दिया है, पर उनके विचार पूछने पर गावस्कर ने कहा, 'देखिए, मुझे लगता है कि हमें यह समझने की जरूरत है जब तक दोष साबित नहीं होता तब तक हर कोई निर्दोष है. मैं इस पर फैसला नहीं दूंगा. यह मेरे अधिकार क्षेत्र में नहीं है. यह बिलकुल अलग मुद्दा है जिसका मुझे जरा भी अनुभव नहीं है.'