नए प्रशिक्षण विमान 'पिलाटस' ने मास्टर ब्लास्टर और ग्रुप कैप्टन सचिन तेंदुलकर से वायुसेना (आईएएफ) के ब्रांड एंबेसडर का पद छीन लिया है.
वायुसेना ने सचिन को 2011 में ग्रुप कैप्टन की मानद रैंक से सम्मानित किया था, इस उम्मीद के साथ कि तेंदुलकर को ब्रांड एंबेसडर बनाने से युवा वायुसेना से जुड़ना चाहेंगे. लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ, जिसके बाद आईएएफ ने उनसे ये पदवी वापस ले ली.
वायुसेना ने 75 पिलाटस एयरक्राफ्ट का सौदा स्विट्जरलैंड से किया है और 14 एयरक्राफ्ट हैदराबाद में एयर फोर्स की पायलट ट्रेनिंग एकेडमी पहुंच चुके हैं. एयर फोर्स के पायलटों के नए बैच ने इन नए एयरक्राफ्ट्स पर हाथ आजमाना शुरू भी कर दिया है.
सचिन को ग्रुप कैप्टन की पदवी देते हुए उस समय के एयर फोर्स चीफ पीवी नाइक ने उनकी सुखोई लड़ाकू विमान से उड़ान की भी घोषणा की थी.
क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी ने भी सुखोई में उड़ान भरने की इच्छा जाहिर की थी और इसे भी सरकार ने स्वीकार कर लिया था, लेकिन इन दोनों ही क्रिकेटरों के पास सुखोई में उड़ान भरने की फुर्सत नहीं थी.
बाद में एयर फोर्स ने भी यह साफ कर दिया कि अब उसके पास इन दोनों के लिए समय नहीं है. दिलचस्प बात यह है कि एयर फोर्स ने बैडमिंटन स्टार साइना नेहवाल को अपनी डुंडीगल एकेडमी में बुलाया था और उनकी किरण जेट एयरक्राफ्ट में उड़ान आयोजित की थी.