आईसीसी ने इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन और रवींद्र जडेजा के बीच हुए विवाद मामले की सुनवाई के लिए गोर्डन लुईस एएम को न्यायिक आयुक्त नियुक्त किया है और इसकी शुरुआती सुनवाई लॉर्ड्स टेस्ट खत्म होने के एक दिन बाद 22 जुलाई को होगी.
एंडरसन पर नॉटिंघम टेस्ट मैच के दूसरे दिन लंच के दौरान जडेजा को अपशब्द कहने और धक्का देने का आरोप लगा है. वह खिलाडि़यों के लिए आईसीसी आचार संहिता के लेवल तीन के तहत आरोपों का सामना कर रहे हैं. आईसीसी ने बयान में कहा, 'गोर्डन लुईस एएम आईसीसी आचार संहिता आयोग में ऑस्ट्रेलियाई प्रतिनिधि हैं और खिलाड़ियों और खिलाड़ियों के सहयोगियों के लिए आईसीसी आचार संहिता के नियम 5.2 के तहत उनकी नियुक्ति इंग्लैंड क्रिकेट टीम का आरोप संबंधी नोटिस का जवाब देने के बाद की गई है.'
शुरुआती सुनवाई में एंडरसन, उनके कानूनी प्रतिनिधि और आईसीसी आचार और नियामक वकील के उपस्थित रहने की संभावना है. सुनवाई टेलीफोन कॉन्फ्रेंस के जरिए होगी जिसमें लुई उन प्रारंभिक मुद्दों पर बात करेंगे जिन्हें सुनवाई की डेट तय करने पहले से समाधान करने की जरूरत पड़ेगी. इसके अलावा इसमें वह प्रक्रिया भी तय की जाएगी जो सुनवाई के दौरान अपनाई जाएगी.
लेवल तीन के उल्लंघन के तहत चार से आठ निलंबन अंक का जुर्माना लगता है. दो निलंबन अंक एक टेस्ट या दो वनडे के प्रतिबंध के बराबर होते हैं. यह इस पर निर्भर करता है कि आगे खिलाड़ी को किस तरह के मैच खेलने हैं.
जडेजा पर भी लगे हैं आरोप
इस बीच जडेजा की सुनवाई की डेट बाद में घोषित की जाएगी. जडेजा पर इंग्लैंड टीम के मैनेजर फिल नील ने लेवल दो का आरोप लगाया है जिसमें मैच फीस का 50 से 100 प्रतिशत और या दो निलंबन अंक का जुर्माना हो सकता है.