गाजा और फलस्तीन के समर्थन में आवाज उठाना इंग्लैंड क्रिकेटर मोइन अली को महंगा पड़ सकता है. आईसीसी उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई कर सकता है. दरअसल, भारत के खिलाफ साउथैंप्टन टेस्ट मैच के दूसरे दिन मोइन अली ने 'Save Gaza' और 'Free Palestine' लिखा हुआ रिस्ट बैंड पहना था. तस्वीरें सामने आने के बाद आईसीसी ने इस मामले की जांच करने की बात कही है.
आईसीसी के प्रवक्ता ने कहा, 'हम मामले की जांच कर रहे हैं. समय आने पर जानकारी दी जाएगी.'
आईसीसी के नियमों के मुताबिक, 'कोई भी खिलाड़ी या टीम अधिकारी बिना अपने क्रिकेट बोर्ड की इजाजत के मैसेज लिखा हुआ आर्म बैंड, कपड़ा या फिर अन्य किसी इक्विपमैंट का इस्तेमाल नहीं कर सकता. राजनीतिक, धार्मिक और रंगभेद से जुड़े संदेशों को इजाजत नहीं मिलेगी.'
हालांकि इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड अपने इस खिलाड़ी के समर्थन में उतर आया है. क्रिकेट बोर्ड का कहना है कि मोइन अली ने जो किया उसके पीछे कोई राजनीतिक मकसद नहीं था. यह सिर्फ मानवीय संवेदना से जुड़ा एक संदेश था. इंग्लैंड टीम के प्रवक्ता ने बताया कि मोइन ने ऐसा करने के लिए ना ही टीम मैनेजमेंट से कोई इजाजत मांगी थी और ना ही कोई जानकारी दी. अगर वह आगे यह बैंड पहनकर खेलना चाहते हैं तो टीम को इससे कोई एतराज नहीं है.
आपको बता दें कि पाकिस्तानी मूल के इस बल्लेबाज को बर्मिंघम में पिछले हफ्ते गाजा के लिए राहत राशि जुटाते देखा गया था. इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी आई थीं.
England cricketer, Moeen Ali, helping Ummah Welffare Trust fundraise today mashaAllah. pic.twitter.com/06GGaml3T5
— Ummah Welfare Trust (@UWT_UK) July 24, 2014