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जब क्रिकेट के जेंटलमैन उतर आए लात-घूंसों पर...

ऐसा लगता है कि भद्रजनों का खेल कहे जाने वाला खेल क्रिकेट अपने सबसे बुरे दिनों से गुजर रहा है. पहले आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग, अब इंग्लिश क्रिकेटर जो रूट के साथ ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी डेविड वॉर्नर की मारपीट. इन विवादों को देखकर प्रतीत होता है कि इस खेल से जुड़े खिलाड़ी अब जेंटलमैन नहीं रह गए.

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ऐसा लगता है कि भद्रजनों का खेल कहे जाने वाला खेल क्रिकेट अपने सबसे बुरे दिनों से गुजर रहा है. पहले आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग, अब इंग्लिश क्रिकेटर जो रूट के साथ ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी डेविड वॉर्नर की मारपीट. इन विवादों को देखकर प्रतीत होता है कि इस खेल से जुड़े खिलाड़ी अब जेंटलमैन नहीं रह गए.

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एक प्रशंसक बल्ले व गेंद से शानदार परफॉर्मेंस का मोहताज होता है. पर क्रिकेट के कुछ सूरमा तो लात-घूसों की भाषा बोलना पसंद करते हैं. वार्नर से जु़ड़ा विवाद पहला मौका नहीं है जब क्रिकेटर इस तरह के विवाद में फंसे हों. इससे पहले भी मैदान और मैदान के बाहर कई मौकों पर खिलाड़ियों ने एक-दूसरे को अपनी भावनाओं से वाकिफ कराने के लिए जुबान की जगह दूसरा रास्ता अपनाया.

1977: इयान बॉथम बनाम इयान चैपल
यह घटना ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न के एक बार की है. टेस्ट मैच खत्म होने के बाद दोनों क्रिकेटर एक ही बार में फुरसत के पल बिता रहे थे. पर अचानक कुछ ऐसा हुआ कि दोनों खिलाड़ी एक-दूसरे के खून के प्यासे हो गए. दरअसल, चैपल इंग्लिश क्रिकेटरों को लेकर अभद्र टिप्पणी कर रहे थे. बॉथम के बार-बार मना करने पर भी चैपल नहीं माने. नाराज बॉथम का संयम टूटा गया और उन्होंने चैपल को घूंसा जड़ दिया. पंच इतना तेज था कि चैपल कुर्सी से लड़खड़ा कर गिर गए.  कहा जाता है कि बॉथम ने इसके बाद चैपल को भगाना शुरू कर दिया. पुलिस के आने के बाद ही मामला सुलझाया जा सका. हालांकि, इस घटना को लेकर दोनों खिलाड़ियों का अपना-अपना पक्ष है. 2010 में भी एडिलेड ओवल मैदान की कार पार्किंग में दोनों खिलाड़ी भिड़ते-भिड़ते रह गए थे.

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1981-82: जावेद मियांदाद बनाम डेनिस लिली
1981 में पाकिस्तान टीम के ऑस्ट्रेलियाई दौरे में पाकिस्तानी बल्लेबाज जावेद मियांदाद और ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज डेनिस लिली के बीच मारपीट की नौबत आ गई थी. हुआ यूं कि पर्थ टेस्ट मैच के दौरान लिली ने मियांदाद के खिलाफ पगबाधा की अपील की, जिसे अंपायर ने ठुकरा दिया. दूसरी गेंद पर जब मियांदाद एक रन लेकर नॉन-स्ट्राइक पर आए, तब लिली ने उन्हें रोकने की कोशिश की. साथ ही उनके पैड पर लात मारते हुए इशारा किया कि गेंद यहां लगी थी. इसके बाद मियांदाद बैट लेकर लिली को मारने दौड़े. अंपायर ने मामले की गंभीरता समझते हुए दोनों खिलाड़ियों के बीच-बचाव किया और हाथापाई होने से रोक ली.

2007: शोएब अख्तर बनाम मोहम्मद आसिफ
2007 टी20 वर्ल्ड कप के दौरान पाकिस्तान के तेज गेंदबाज शोएब अख्तर को टूर्नामेंट के बीच से ही पाक वापस भेज दिया गया. उन पर अपनी ही टीम के खिलाड़ी मोहम्मद आसिफ को बल्ले से मारने का आरोप लगा. दरअसल, अख्तर और आसिफ के बीच किसी मुद्दे पर बहस हो रही थी. बात इतनी बढ़ गई कि रावलपिंडी एक्सप्रेस के नाम से मशूहर अख्तर ने अपने साथी खिलाड़ी को बल्ले से मार दिया. पाक वापस लौटने के बाद उन्होंने कहा कि इस फसाद की वजह शाहिद आफरीदी थे.

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2008: हरभजन सिंह बनाम एस श्रीसंत
श्रीसंत-हरभजन थप्पड़ विवाद 2008 में हुआ था. यह सबकुछ आईपीएल में पंजाब-मुंबई मैच के दौरान हुआ. मैदान पर श्रीसंत लगातार हरभजन को उकसा रहे थे. इससे खीझे भज्जी ने श्रीसंत को थप्पड़ मार दिया. पूरे देश की मीडिया में रोते हुए श्रीसंत की तस्वीर छाई रही. भज्जी को कई मैचों का प्रतिबंध झेलना पड़ा.

2010: वहाब रियाज बनाम जोनाथन ट्रॉट
इंग्लैंड के साथ पांच मैचों की वनडे सीरीज के दौरान पाकिस्तान के तेज गेंदबाज वहाब रियाज और इंग्‍लैंड के बल्‍लेबाज जोनाथन ट्रॉट के बीच हाथापाई की नौबत आ गई थी. एक दिन अभ्यास सत्र के वक्त जब रियाज, ट्रॉट के सामने से गुजरे तो ट्रॉट ने उन्‍हें टोकते हुए कहा, 'आज के मैच के लिए तुम बुकी से कितने पैसे ले रहे रहे हो?'

ट्रॉट की यह टिप्पणी रियाज को नागवार गुजरी और उन्होंने गुस्से में ट्रॉट के परिवार के खिलाफ अपशब्द कहे. देखते ही देखते दोनों के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों एक दूसरे पर पैड फेंककर भिड़ गए. बाद में इग्‍लैंड के बैटिंग कोच ग्राहम गूच ने बीच-बचाव कर मामला शांत किया. तत्कालीन कप्तान शाहिद आफरीदी तो इस घटना से इस कदर डर गए थे कि उन्होंने पुलिस को बुलाने का मन बना लिया था. गौरतलब है कि पाक के तीन क्रिकेटरों के स्पॉट फिक्सिंग में शामिल होने के खुलासे को लेकर जो वीडियो फुटेज सामने आए, उसमें वहाब रियाज भी बुकी के साथ दिखे थे.

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