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भारतीय कप्तान विराट कोहली को यह स्वीकार करने में कोई समस्या नहीं है कि दूसरे वनडे इंटरनेशनल मैच में आत्मविश्वास से भरे आस्ट्रेलिया ने उन्हें पूरी तरह पछाड़ दिया और इसके लिए उन्होंने अपनी टीम की प्रभावहीन गेंदबाजी को जिम्मेदार ठहराया.
भारत को रविवार को दूसरे वनडे में 51 रनों से हार का सामना करना पड़ा, जिससे ऑस्ट्रेलिया ने तीन मैचों की सीरीज में 2-0 की विजयी बढ़त बना ली. भारतीय टीम को पहले मैच में 66 रनों से शिकस्त झेलनी पड़ी.
कोहली ने मैच के बाद कहा, ‘उन्होंने हमें पूरी तरह से पछाड़ दिया. मुझे लगता है कि हम गेंद से उतने प्रभावी नहीं थे, हम लगातार उस लाइन और लेंथ से गेंदबाजी नहीं कर पाए, जिसके साथ करनी थी और उनका बल्लेबाजी क्रम मजबूत है. वे हालात और मैदान के कोणों को काफी अच्छी तरह समझते हैं,’
ऑस्ट्रेलिया के 390 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम कोहली (89) और केएल राहुल (76) के अर्धशतकों के बावजूद 9 विकेट पर 338 रन ही बना सकी.
That's a screamer!
— cricket.com.au (@cricketcomau) November 29, 2020
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भारतीय कप्तान ने कहा, ‘स्कोर बोर्ड देखिए, हमने 340 (338) रन बनाए और 50 (51) रनों के आसपास से हारे. हमें हमेशा से पता था कि लक्ष्य का पीछा करना आसान नहीं होगा और एक या दो विकेट गिरने से हमें 13, 16 रन प्रति ओवर की गति से रन बनाने पड़ सकते थे. इसलिए हमें लगातार शॉट खेलने थे.’
कोहली ने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई फील्डरों ने उनके और श्रेयस अय्यर (38) के जो कैच लपके वे टर्निंग प्वाइंट रहे. उन्होंने कहा, ‘मैं और राहुल बात कर रहे थे कि अगर हम 40-41 ओवरों तक खेलते रहे और अंतिम 10 ओवरों में 100 रन भी बनाने हैं तो हार्दिक (पंड्या) के आने से हम रन बना सकते हैं. यह हमारी रणनीति थी, लेकिन उन्होंने जो दो कैच लपके उन्होंने रुख बदल दिया.'
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