इंग्लैंड के पूर्व कप्तान ज्योफ्री बायकॉट का मानना है कि मौजूदा टीम प्रबंधन को शर्म आनी चाहिए, जिसने जॉनी बेयरस्टो के टेस्ट करियर के साथ न्याय नहीं किया है. विकेटकीपर बल्लेबाज बेयरस्टो को भारत के खिलाफ पहले दो टेस्ट के लिए आराम दिया गया है. उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ दोनों टेस्ट बल्लेबाज के तौर पर खेले और फिर कार्यभार प्रबंधन के चलते स्वदेश लौट आए.
बेयरस्टो भारत के खिलाफ आखिरी दो टेस्ट के लिए उपलब्ध रहेंगे, लेकिन बायकॉट का मानना है कि उन्हें दूसरे टेस्ट के लिए विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर जोस बटलर की जगह खेलना चाहिए था. बटलर को पहले टेस्ट के बाद आराम दिया गया जो सीमित ओवरों की सीरीज के लिए लौटेंगे.
80 साल के बायकॉट ने ‘द टेलिग्राफ’ से कहा, ‘बटलर भारत से लौट रहे हैं, लेकिन उनकी जगह बेयरस्टो ने नहीं ली. एड स्मिथ ( मुख्य चयनकर्ता) नहीं चाहते कि जॉनी विकेटकीपर के तौर पर खेलें.’
उन्होंने कहा, ‘जॉनी हमेशा कहते आए हैं कि वह अपने पिता की तरह विकेटकीपर बल्लेबाज बनना चाहते हैं, लेकिन स्मिथ ने फैसला ले लिया है जो अनुचित है. इंग्लैंड टीम प्रबंधन ने उसके साथ जो किया, उसे शर्मिंदा होना चाहिए.’