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चौथे टेस्ट में कैसी रहेगी पिच? रहाणे बोले- स्पिनरों के लिए फिर होगा मौका

भारतीय टेस्ट टीम के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे ने देश में स्पिनरों की मददगार पिच की आलोचना को ‘गंभीरता’ से नहीं लेने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि हमने विदेशों में नमी वाली पिचों (तेज गेंदबाजों की मददगार) के खिलाफ कभी कुछ नहीं बोला और इंग्लैंड की टीम को यहां चौथे टेस्ट में भी धीमी गेंदबाजी की मददगार विकेट की अपेक्षा करनी चाहिए.

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...gearing up for the fourth and final Test against England (@BCCI)
...gearing up for the fourth and final Test against England (@BCCI)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • इंग्लैंड के खिलाफ चौथा टेस्ट गुरुवार से
  • सीरीज में 2-1 से आगे है भारतीय टीम
  • अहमदाबाद में फिर उतरेंगी दोनों टीमें

भारत और इंग्लैंड के बीच चार टेस्ट मैचों की सीरीज का आखिरी मुकाबला गुरुवार से खेला जाएगा. सीरीज में 2-1 से टीम इंडिया आगे है. इस निर्णायक मुकाबले से पहले भारतीय टेस्ट टीम के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे ने देश में स्पिनरों की मददगार पिच की आलोचना को ‘गंभीरता’ से नहीं लेने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि हमने विदेशों में नमी वाली पिचों (तेज गेंदबाजों की मददगार) के खिलाफ कभी कुछ नहीं बोला और इंग्लैंड की टीम को यहां चौथे टेस्ट में भी धीमी गेंदबाजी की मददगार विकेट की अपेक्षा करनी चाहिए.

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चेपॉक (चेन्नई) में खेले गए दूसरे टेस्ट और मोटेरा (अहमदाबाद) में गुलाबी गेंद से खेले गए तीसरे टेस्ट में स्पिनरों की मददगार पिचों की काफी चर्चा हुई. दिन-रात्रि टेस्ट मैच महज दो दिनों में खत्म हो गया. सीरीज का चौथा और आखिरी टेस्ट चार मार्च से अहमदाबाद के मोटेरा में शुरू होगा.

रहाणे ने ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘मुझे लगता है कि विकेट (पिच) चेन्नई में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच के जैसा ही होगा, जिस पर स्पिनरों को मदद मिलेगी. हां, गुलाबी गेंद से थोड़ा फर्क पड़ा और जो लाल गेंद की तुलना में पिच पर टप्पा खाने के बाद तेजी से आ रही थी. हमें इससे सामंजस्य बिठाना पड़ा.’

उन्होंने कहा, ‘यह पिच भी पिछले दो मैचों की तरह ही होगी.’ रहाणे पिछले कई वर्षों में पहली बार उस समय खफा दिखे, जब उनसे पिच पर टिप्पणी को लेकर इंग्लैंड के पूर्व खिलाड़ियों के बयान पर प्रतिक्रिया देने के लिए पूछा गया. कुछ पूर्व खिलाड़ियों ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) से स्पिनरों की मददगार पिच बनाने पर भारत के खिलाफ कार्रवाई करने की भी मांग की थी.

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रहाणे ने थोड़े गुस्सा भरे लहजे में कहा, ‘लोग जो कह रहे हैं, उन्हें कहने दीजिए. जब हम विदेश दौरे पर जाते हैं तो तेज गेंदबाजों की मदद पिच को लेकर कोई कुछ नहीं कहता है. वे तब भारतीय बल्लेबाजों की तकनीक की बात करते हैं, मुझे नहीं लगता कि इसे गंभीरता से लिए जाने की जरूरत है.’

भारतीय टेस्ट उपकप्तान ने कहा, ‘आप देखिए, जब हम विदेश दौरे पर जाते हैं, तो पहले दिन विकेट में काफी नमी होती है. जब पिच पर घास होती है तो गेंद असामान्य तरीके से उछाल लेती है. ऐसे में पिच खतरनाक हो जाती है, लेकिन हमने कभी इसके बारे में शिकायत नहीं की है.’

स्पिनरों की मददगार पिच पर गेंद की दिशा में खेलना जरूरी हो जाता है. उन्होंने कहा, ‘जब आप स्पिनरों की मददगार पिच पर खेलते हैं तो आपको गेंद की दिशा के मुताबिक खेलना होता है, अगर गेंद ज्यादा घूम रही है तो आपको ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं होती है.’

पिछले दो मैचों में इंग्लैंड की करारी शिकस्त के बाद भी रहाणे उन्हें कम नहीं आंक रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘यह पिच भी वैसी ही दिख रही है, लेकिन हमें अभी देखना होगा कि यह कैसा बर्ताव करती है. हम टीम के तौर पर इंग्लैंड का सम्मान करते हैं. वे पहले टेस्ट में अच्छा खेले और हम उसके बाद के दो मैचों में बेहतर रहे.’

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उन्होंने कहा, ‘हम उन्हें हल्के में नहीं ले रहे हैं, दोनों टीमें मैदान पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर टेस्ट मैच जीतना चाहेगी.’ उन्होंने इशारा किया कि अनुभवी तेज गेंदबाज उमेश यादव को इस मैच में मौका मिल सकता है. उन्होंने कहा, ‘उमेश तैयार हैं. वह अच्छे लय में और और उनका नेट सत्र भी अच्छा रहा। हमें खुशी है कि उसने टीम में वापसी की है.’

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