मैदान पर खेल भावना अहम होती है. इसकी एक मिसाल आज फिर देखने को मिली. चेन्नई टेस्ट के पहले दिन भारतीय कप्तान विराट कोहली ने प्रतिद्वंद्वी कप्तान जो रूट की मदद कर फैंस का दिल जीत लिया है. सच तो यह है कि कोहली की इस खेल भावना के सामने जो रूट की शतकीय पारी भी फीकी पड़ गई.
चेपॉक की पिच काफी सपाट और धीमी है और इसमें जो रूट ने स्पिनरों के खिलाफ स्वीप और रिवर्स स्वीप करने में कोताही नहीं बरती. ऐसा लगा कि वह श्रीलंका के खिलाफ 228 और 186 रनों की अपनी पारियों को ही आगे बढ़ा रहे हैं. उन्होंने अपने कौशल, तकनीक और स्ट्रोक खेलने की कला का शानदार नमूना पेश किया. 87वें ओवर में ऐंठन के बावजूद उन्होंने अश्विन की गेंद छह रनों के लिए भेजी थी.
दरअसल, उस शॉट को खेलते हुए रूट के पैर में खिंचाव आ गया था. रूट ने अपनी टीम फिजियो को बुलाने का इशारा किया. लेकिन फिजियो से पहले भारतीय कप्तान विराट कोहली उनकी मदद के लिए पहुंच गए. कोहली ने रूट के दाहिने पैर की स्ट्रेचिंग शुरू कर दी.
Virat Kohli with a heart-warming Spirit of Cricket gesture 👏pic.twitter.com/aFFV1RoGpb
— ICC (@ICC) February 5, 2021
आईसीसी ने इस वाकए का वीडियो ट्विटर पर शेयर किया है. उसने लिखा, 'विराट कोहली ने दिल जीतने वाली खेल भावना दिखाई है.'
इंग्लैंड ने भारत के खिलाफ पहले टेस्ट क्रिकेट मैच के शुरुआती दिन तीन विकेट पर 263 रन बनाकर मजबूत नींव रखी. श्रीलंका दौरे में दोनों टेस्ट मैचों में शतक बनाने वाले रूट 128 रन बनाकर खेल रहे हैं.
सावधान इंडिया! डरा रहा है इंग्लैंड! #ATLivestream @vikrantgupta73 https://t.co/kQ6P9fEyKn
— AajTak (@aajtak) February 5, 2021
उन्होंने सलामी बल्लेबाज सिबली (87) के साथ तीसरे विकेट के लिए 200 रनों की साझेदारी की. विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में जगह बनाने के लिहाज से यह सीरीज काफी महत्वपूर्ण है. भारतीय गेंदबाजों ने पहले सत्र में दो विकेट लिए, लेकिन इसके बाद वे रूट की स्ट्रोकों से सजी पारी और सिबली की धैर्यपूर्ण बल्लेबाजी के कारण जूझते नजर आए.