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विवादास्पद फैसले पर बोले धोनी, 'रायुडू बॉल को मिडल नहीं कर रहा था, इसलिए नहीं लिया सिंगल'

इंग्लैंड दौरे के एकमात्र टी-20 मैच में टीम इंडिया जीती हुई बाजी हार गई. हार के बाद ट्विटर पर कुछ फैन्स कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को दोषी ठहरा रहे हैं, क्योंकि आखिरी ओवर में उन्होंने अतिआत्मविश्वास दिखाते हुए जान-बूझकर सिंगल नहीं लिया. लेकिन उन्होंने इस 'विवादास्पद' फैसले का बचाव किया है. धोनी ने कहा कि वह गेंद को मिडल कर रहे थे जबकि रायुडू ऐसा नहीं कर पा रहे थे, ऐसे में उन्होंने खुद ही स्ट्राइक रखना बेहतर समझा.

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MS Dhoni
MS Dhoni

इंग्लैंड दौरे के एकमात्र टी-20 मैच में टीम इंडिया जीती हुई बाजी हार गई. हार के बाद ट्विटर पर कुछ फैन्स कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को दोषी ठहरा रहे हैं, क्योंकि आखिरी ओवर में उन्होंने अतिआत्मविश्वास दिखाते हुए जान-बूझकर सिंगल नहीं लिया. भारत को जीत के लिए आखिरी दो गेंदों पर पांच रन बनाने थे. पांचवीं गेंद पर धोनी ने जोरदार प्रहार किया. सिंगल का पूरा मौका होने के बावजूद वह रन लेने के लिए नहीं दौड़े और दूसरे छोर पर खड़े अंबाती रायुडू को वापस भेज दिया. अब जीत के लिए आखिरी गेंद पर धोनी को छक्का जमाना था, जो कि वह नहीं कर पाए. अगर रायुडू स्ट्राइक पर आते तो आखिरी गेंद पर उन्हें चौका जमाना होता.

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इसी 'अतिआत्मविश्वास' के चलते धोनी की सोशल मीडिया पर खूब आलोचना की जा रही है. लेकिन उन्होंने इस 'विवादास्पद' फैसले का बचाव किया है. धोनी ने कहा कि वह गेंद को मिडल कर पा रहे थे जबकि रायुडू नहीं कर पा रहे थे, ऐसे में उन्होंने खुद ही स्ट्राइक रखना बेहतर समझा.

 

 

 

हालांकि भारतीय कप्तान ने माना कि आखिरी ओवर में उन्होंने बाउंड्री जड़ने के कम से कम दो मौके गंवाए. धोनी ने 18 गेंद में नाबाद 27 रन बनाए लेकिन आखिरी दो ओवरों में खुद स्ट्राइक रखने के लिए कम से कम तीन बार एक रन नहीं लिया. इस दौरान दूसरे छोर पर कोई पुछल्ला बल्लेबाज नहीं, पिछले वनडे में अर्धशतक जमाने वाले विशेषज्ञ बल्लेबाज अंबाती रायुडू मौजूद थे.

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कई बार चीजें आपके पक्ष में नहीं जातीं: धोनी
अपने फैसले का बचाव करते हुए धोनी ने कहा, ‘अंतिम ओवर में मैंने कम से कम दो ऐसे शॉट गंवाए जिन पर मैं बाउंड्री जड़ सकता था. यह मुश्किल काम था और यह उन दिनों में से था जब चीजें आपके पक्ष में नहीं जातीं.’ उन्होंने कहा, ‘मुझे लगा कि गेंद मेरे बल्ले के बीच में आ रही है इसलिए मुझे जिम्मेदारी उठानी चाहिए लेकिन ऐसा नहीं हुआ. रायुडू उसी समय आया था जो गेंदें उसने खेली उन्हें वह 'मिडल' नहीं कर पाया इसलिए मैंने सोचा कि मुझे जिम्मेदारी लेनी होगी.’

धोनी ने कहा, ‘कुल मिलाकर हमने लक्ष्य का अच्छी तरह पीछा किया लेकिन हमने आखिरी ओवरों में काफी रन दे दिए जबकि बीच के ओवरों में हमने अच्छी गेंदबाजी की थी.’ इंग्लैंड के कप्तान इयोन मोर्गन ने कहा कि उन्होंने मैच के दौरान धैर्य बनाए रखा जिससे जीत दर्ज करने में सफल रहे. इंग्लैंड की ओर से 32 गेंद में 71 रन की पारी खेलकर मैन ऑफ द मैच बने मोर्गन ने कहा, ‘पूरे मैच के दौरान खिलाड़ियों ने धैर्य बनाए रखा. हमें अच्छा स्कोर मिला था और बाद में गेंदबाजों ने शानदार गेंदबाजी की.’

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