इंचियोन में हो रहे एशियाई खेलों में भारतीय हॉकी टीम ने पाकिस्तान को हराकर गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया है. इसी के साथ भारत ने 2016 में रियो-डी जनेरियो में होने वाले ओलंपिक के लिए भी क्वालिफाई कर लिया है. फाइनल मुकाबले में भारत पर दबाव काफी ज्यादा था, क्योंकि लीग मैच में उसे पाकिस्तान के हाथों हार झेलनी पड़ी थी.
दोनों चिर प्रतिद्वंद्वियों के बीच यह बराबर का मुकाबला था जिसमें चारों क्वार्टर में दोनों टीमों ने एक-दूसरे को कांटे की टक्कर थी. निर्धारित समय तक स्कोर 1-1 से बराबर रहने के बाद मुकाबला पेनल्टी शूटआउट तक खिंचा. जैसे ही धरमवीर सिंह ने पाकिस्तानी गोलकीपर इमरान बट को छकाकर विजयी गोल दागा, समूची भारतीय टीम जश्न के खुमार में डूब गई. खिलाड़ियों ने एक-दूसरे को और कोच टैरी वाल्श को गले लगाकर बधाई दी. उन्होंने तिरंगा लपेटकर स्टेडियम का चक्कर लगाया, जबकि दर्शक दीर्घा में मौजूद भारतीयों ने उनकी जमकर हौसला अफजाई की. इसमें भारतीय कुश्ती टीम के सदस्य भी शामिल थे.
Congrats to Indian men's hockey team & women 4x400m relay team for having won gold medals in Asian Games #PresidentMukherjee
— President of India (@RashtrapatiBhvn) October 2, 2014
इसके साथ ही भारत ने लीग चरण में पाकिस्तान से 1-2 से मिली हार का बदला भी चुकता कर लिया. इसके अलावा 1982 में दिल्ली में खेले गए एशियाई खेलों के फाइनल में 1-7 से मिली शर्मनाक हार का बदला भी ले लिया.
इंचियोन में भारत के नाम अब कुल 9 गोल्ड मेडल हो गए हैं. इससे पहले 1998 में बैंकॉक में हुए एशियाई खेलों में भारत ने हॉकी का गोल्ड मेडल जीता था. पाकिस्तान के पिछली बार के डिफेंडिंग चैंपियन होने के कारण भी भारत के लिए यह मुकाबला काफी कठिन माना जा रहा था, लेकिन टीम इंडिया ने जबरदस्त खेल का प्रदर्शन किया.
भारत के कोच टैरी वाल्श ने कहा, ‘यह भारतीय हॉकी के लिए खास पल है. अधिकांश खिलाड़ियों ने इतने बड़े टूर्नामेंट का फाइनल लंबे समय से नहीं खेला था. मुझे खुशी है कि वे अपने मिशन में कामयाब रहे.’ उन्होंने कहा, ‘हम निर्धारित समय में ही मैच जीत सकते थे. हम परफेक्ट नहीं हैं और हमें अपनी कमजोरियों पर मेहनत करनी होगी. फिलहाल मैं चाहता हूं कि खिलाड़ी इस पल का मजा लें. उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया है.’ निर्धारित 60 मिनट तक स्कोर 1-1 से बराबर रहने पर मुकाबला पेनल्टी शूटआउट तक खिंचा, जिसमें भारत ने चार गोल किए जबकि गत चैम्पियन पाकिस्तान दो गोल ही कर सका.
Namaskar. Humare Bharatiya Hockey team ko aur Bhartiya mahila team ko 4x400 relay mein, Asian Games mein gold medal jitne par bohot badhaai.
— Lata Mangeshkar (@mangeshkarlata) October 2, 2014
भारत के लिए आकाशदीप सिंह, रूपिंदर पाल सिंह, बीरेंद्र लाकड़ा और धरमवीर सिंह ने पेनल्टी शूटआउट में गोल दागे जबकि मनप्रीत सिंह नाकाम रहे. वहीं पाकिस्तान के लिए मोहम्मद वकास और शफकत रसूल ने गोल दागे जबकि मोहम्मद हसीम खान और मोहम्मद उमर भुट्टा गोल नहीं कर सके.
इससे पहले निर्धारित समय में पाकिस्तान के लिए मोहम्मद रिजवान सीनियर ने तीसरे ही मिनट में गोल दाग दिया था. भारत के लिए बराबरी का गोल 27वें मिनट में कोथाजीत सिंह ने किया. तेज रफ्तार मुकाबले में भारतीय टीम ने पहले हाफ के बाद लय पकड़ी और पाकिस्तान पर दबाव बनाए रखा, जिसका जोर जवाबी हमलों पर था.
शुरुआती बढ़त हालांकि पाकिस्तान ने ली जब तीसरे ही मिनट में भारतीय डिफेंस के बिखराव का फायदा उठाकर रिजवान सीनियर ने गोल किया. शफकत रसूल से मिले पास पर उसने श्रीजेश को पूरी तरह छकाकर गेंद गोल के भीतर डाली. गोल गंवाने के बाद भारतीयों ने आक्रामक खेल दिखाया, लेकिन फॉरवर्ड पंक्ति कई अच्छे मूव को फिनिशिंग तक नहीं ले जा सकी.
भारत पहले क्वार्टर के आखिरी मिनट में गोल करने के करीब पहुंचा लेकिन रमनदीप सिंह के शॉट को पाकिस्तानी गोलकीपर इमरान बट ने बखूबी बचाया. इसके बाद एस वी सुनील रिबाउंड पर आसाना मौका चूक गए. उनके सामने गोल खुला था, लेकिन उनका शॉट बार के ऊपर से निकल गया. भारत-पाकिस्तान मैच में तनाव होना लाजमी है और आज भी पहले क्वार्टर के आखिरी पलों में एक पाकिस्तानी खिलाड़ी को चोट लगने के बाद दोनों टीमों के खिलाड़ी आपस में उलझ पड़े.
Congrats to Hockey India on a great gold! Awesome keeping Sreejesh.
— Virat Kohli (@imVkohli) October 2, 2014
भारत ने दूसरे क्वार्टर में प्रभावी प्रदर्शन जारी रखते हुए 23वें मिनट में पहला पेनल्टी कॉर्नर बनाया, जिस पर रूपिंदर के शॉट को पाकिस्तानी गोलकीपर बट ने बचाया. भारत को लगातार हमलों का फायदा 27वें मिनट में मिला जब कोथाजीत ने चालाकी दिखाते हुए गुरबाज सिंह के क्रॉस पर गोल करके स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया.
तीसरे क्वार्टर में पाकिस्तान ने आक्रामक शुरुआत की और उसे पहला पेनल्टी कार्नर भी मिला लेकिन उनके कप्तान मोहम्मद इमरान के शाट को श्रीजेश ने बचाया. उधर बट ने एक बार फिर सुनील को गोल करने से रोका. भारत को एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला, जब हूटर में पांच मिनट बाकी थे लेकिन बट ने एक बार फिर रूपिंदर के शॉट को बचाया.