फॉर्मूला वन प्रमुख बर्नी एक्लेस्टोन और रेस प्रोमोटर जेपीएसआई के बीच सफल बैठक ने देश में फार्मूला वन के दोबारा आयोजन की राह साफ कर दी है जिससे इंडियन ग्रां प्री के 2016 में वापसी करने की उम्मीद है. यह बैठक पिछले महीने रूस के सोचि में हुए पहले रूसी ग्रां प्री से इतर हुई थी.
लगातार तीन सफल आयोजनों के बाद कर एवं नौकरशाही संबंधी अड़चनों की वजह से इंडियन ग्रां प्री 2013 के बाद से आयोजित नहीं हो रही. रेस अगले साल भी नहीं होगी. ग्रां प्री से जुड़ी समस्याएं अभी भी बनी हुई हैं लेकिन एक्लेस्टोन के नेतृत्व वाली फार्मूला वन मैनेजमेंट (एफओएम) और समीर गौड़ के नेतृत्व वाले रेस प्रोमोटर जेपी स्पोर्ट इंटरनेशनल (जेपीएसआई) पहले पांच साल के अनुबंध को मानना चाहते हैं जिसके बाद वह रेस के दीर्घकालीन भविष्य तय करने पर काम करेंगे. एक्लेस्टोन ने लंदन स्थित अपने कार्यालय से कहा, ‘रूस में हमारी (समीर और मेरी) एक अच्छी मुलाकात हुई थी. मुझे भरोसा दिया गया कि कर और दूसरी संबंधित समस्याओं को कुछ समय में सुलझा लिया जाएगा और फिर हमारा वापसी करना सही होगा. 2015 के लिए अब ज्यादा देर हो गयी इसलिए हम 2016 (के रेस) पर काम कर रहे हैं.’
वहीं गौड़ ने कहा, ‘फॉर्मूला वन हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है. बदकिस्मती से कुछ परिस्थितियों की वजह से हम इस साल रेस आयोजित नहीं कर सकते लेकिन मुझे हालात के जल्द सुधरने की उम्मीद है. महत्वपूर्ण बात है कि हमारी और एफओएम की सोच एक जैसी है. 2015 में मुश्किल है क्योंकि कैलेंडर एक हद तक या उससे अधिक अंतिम रूप ले चुका है, इसलिए हमें रेस के लिए 2016 पर ध्यान देना चाहिए.’