पाकिस्तान के सीनियर क्रिकेटर मोहम्मद हफीज ने ऑस्ट्रेलिया में भारतीय टीम की टेस्ट सीरीज में जीत की सराहना की है. उन्होंने कहा कि प्रतिभा को निखारने की उचित व्यवस्था के कारण ही यह संभव हो पाया. हफीज ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में बने रहने के लिए प्रतिभा ही पर्याप्त नहीं है, युवाओं के कौशल को उचित तरीके से निखारना अधिक महत्वपूर्ण है.
40 साल के हफीज ने कहा कि पाकिस्तान में प्रतिभाशाली क्रिकेटरों को निखारने की अच्छी व्यवस्था नहीं है. हफीज ने कहा, ‘मैंने इस सीरीज का पूरा आनंद लिया. भारतीय टीम का मनोबल गिरा हुआ था, लेकिन उसने सीरीज में जिस तरह से शानदार वापसी की वह लाजवाब थी.’
उन्होंने कहा, ‘भारत 36 रनों पर आउट होने और अपने कप्तान की गैरमौजूदगी के बावजूद इसलिए वापसी कर पाया, क्योंकि उसके नए और युवा खिलाड़ियों को अच्छी तरह से तैयार किया गया है.’
हफीज ने कहा कि पाकिस्तान में केवल बल्लेबाजी और गेंदबाजी पर ध्यान दिया जाता है, लेकिन प्रतिभाशाली युवा क्रिकेटरों को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की चुनौतियों के लिए उचित तरीके से तैयार नहीं किया जाता है. उन्होंने कहा, ‘दुर्भाग्य से हमारे पास ऐसी व्यवस्था नहीं है, जो हम आधुनिक क्रिकेट की जरूरतों के हिसाब से खिलाड़ी तैयार कर पाएं. यही वजह है कि हमारे कई युवा खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर असफल हो जाते हैं.’
पाकिस्तान के दिग्गज क्रिकेटरों वसीम अकरम, शोएब अख्तर, वकार यूनिस, इंजमाम उल हक, राशिद लतीफ और मोइन खान ने भी भारतीय टीम की ऑस्ट्रेलिया में ऐतिहासिक जीत की सराहना की.