हॉकी इंडिया ने भुवनेश्वर में छह से 14 दिसंबर तक होने वाले आठ देशों के पुरुष चैम्पियन्स ट्रॉफी हॉकी टूर्नामेंट के लिए सोमवार को सरदार सिंह की अगुआई में 18 सदस्यीय टीम की घोषणा की जिसमें स्ट्राइकर गुरविंदर सिंह चांडी को जगह नहीं मिली है.
यहां मेजर ध्यान चंद राष्ट्रीय स्टेडियम में 18 नवंबर को हुए ट्रायल के बाद हॉकी इंडिया के चयनकर्ताओं ने टीम में चांडी की जगह ललित उपाध्याय को जगह दी है. ललित इससे पहले भारत की सीनियर टीम की ओर से नौ मैच खेल चुके हैं.
मिडफील्डर चिंगलेनसाना सिंह को भी टीम में जगह नहीं मिली है. उनकी जगह एसके उथप्पा को मौका दिया गया है.
हाकी इंडिया के चयनकर्ताओं हरबिंदर सिंह, आरपी सिंह, अर्जुन हलप्पा, हाई परफॉर्मेंस निदेशक रोलैंट ओल्टमैंस, कोच ज्यूड फेलिक्स और वैज्ञानिक सलाहकार मैथ्यू आइल्स ने टीम को चुनने के लिए बैठक में हिस्सा लिया. सितंबर में एशियाई खेलों में हिस्सा लेने वाली टीम में सिर्फ दो बदलाव किए गए हैं.
हल्की चोट के कारण ट्रायल में हिस्सा नहीं लेने वाले स्ट्राइकर आकाशदीप सिंह को टीम में शामिल किया गया है क्योंकि उनके समय पर चोट से उबरने की उम्मीद है. ट्रायल में 26 संभावित खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया.
हरजोत सिंह और गुरजिंदर सिंह टीम में दो नये चेहरे होंगे. एशियाई खेलों के लिए भारत की 16 सदस्यीय टीम गई थी जबकि हॉकी इंडिया ने दुनिया की शीर्ष आठ टीमों के बीच होने वाली चैम्पियन्स ट्रॉफी के लिए 18 सदस्यीय टीम चुनी है. देश के लिए 200 से अधिक मैच खेलने सरदार को कप्तान बरकरार रखा गया है जबकि गोलकीपर पीआर श्रीजेश उप कप्तान होंगे.
हाई परफॉरमेंस डायरेक्टर रोलांट ओल्टमांस ने इस मौके पह कहा, ‘एशियाई खेलों और फिर ऑस्ट्रेलिया दौरे पर शानदार प्रदर्शन करने वाली भारतीय टीम काफी उत्साहित और आत्मविश्वास से भरी हुई है. हमें विश्वास के कि हम टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करेंगे.’
चैम्पियंस ट्रॉफी में भारत अपना पहला मैच जर्मनी के खिलाफ छह दिसंबर को खेलेगा. इसके बाद टीम सात दिसंबर को अर्जेटीना और फिर नौ दिसंबर को नीदरलैंड्स के खिलाफ खेलेगी.
ये है टीम
गोलकीपर: पी आर श्रीजेश (उपकप्तान, 115 मैच), हरजोत सिंह (6 मैच).
डिफेंडर: रुपिंदर पाल सिंह (101 मैच), वी. आर. रघुनाथ (176 मैच), बिरेंद्र लाकड़ा (87 मैच), कोथाजीत सिंह (87 मैच), गुरबाज सिंह (180 मैच), गुरजिंदर सिंह (19 मैच).
मिडफील्डर: मनप्रीत सिंह (112 मैच), सरदार सिंह (कप्तान, 200 मैच), धर्मवीर सिंह (90 मैच), दानिश मुजत्बा (127 मैच), एस.के उथप्पा (58 मैच).
फॉरवर्ड: रमनदीप सिंह (26 मैच), एसवी सुनील (153 मैच), आकाशदीप सिंह (56 मैच), निकिन थिमैय्या (27 मैच), ललित उपाध्याय (9 मैच).