न्यूजीलैंड की दूसरी पारी के नाटकीय पतन के बाद भारत को पहले क्रिकेट टेस्ट में जीत के लिये 407 रन का लक्ष्य मिला और तीसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद भारत जीत से 320 रन दूर रह गया है. सलामी बल्लेबाज शिखर धवन 49 और चेतेश्वर पुजारा 22 रन बनाकर खेल रहे हैं.
अपने कल के स्कोर चार विकेट पर 130 रन से आगे खेलते हुए भारतीय टीम पहली पारी में 202 रन पर आउट हो गई जिससे न्यूजीलैंड को 301 रन की बढत मिली. न्यूजीलैंड ने फॉलोआन नहीं दिया लेकिन दूसरी पारी में बड़ा स्कोर बनाने की उसकी उम्मीदों पर भारतीय गेंदबाजों ने पानी फेर दिया. भारत ने न्यूजीलैंड की दूसरी पारी को 41.2 ओवर में 105 रन पर समेट दिया. खेल के तीसरे दिन कुल सत्रह विकेट गिरे.
न्यूजीलैंड के लिये रॉस टेलर ने सर्वाधिक 41 रन बनाए. उनके अलावा सिर्फ तीन कीवी बल्लेबाज दोहरे अंक तक पहुंच सके.
भारत के लिये तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने 38 रन देकर तीन और ईशांत शर्मा ने 28 रन देकर तीन विकेट लिये जबकि जहीर खान को दो विकेट मिले.
तीसरे दिन का खेल समाप्त होने पर भारत ने एक विकेट पर 87 रन बना लिये थे. अभी भी भारत को जीत के लिये 320 रन बनाने हैं जबकि पूरे दो दिन का खेल शेष है और उसके पास नौ विकेट भी हैं.
भारत यदि जीत जाता है तो टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में लक्ष्य का पीछा करते हुए यह दूसरी सबसे बड़ी जीत होगी. वेस्टइंडीज के नाम लक्ष्य का पीछा करके सबसे बड़ी जीत दर्ज है जब मई 2003 में सेंट जोंस में आस्ट्रेलिया के खिलाफ उसने रिकार्ड 418 रन के लक्ष्य का पीछा किया था.
लंच से पहले ही लड़खड़ाई भारतीय टीम
पहली पारी में न्यूजीलैंड के 503 रनों के विशाल स्कोर में जवाब में मैदान में उतरी भारतीय टीम का रोहित शर्मा को छोड़कर कोई बल्लेबाज नहीं चल पाया. रोहित (72) टीम में सबसे ज्यादा रन बनाए. रविंद्र जड़ेजा 30 रन पर नाबाद रहे. न्यूजीलैंड की ओर से वेनगर ने 4, बोल्ट और साउथी ने 3-3 विकेट लिए.
इससे पहले दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक टीम इंडिया ने 4 विकेट के नुकसान पर 130 रन बना लिए थे. लेकिन दूसरे दिन बिखरती पारी को संभालने वाले रोहित शर्मा और अजिंक्य रहाणे तीसरे दिन शनिवार को जल्दी-जल्दी पवेलियन लौट गए. तीसरे दिन सबसे पहले 26 रन के निजी स्कोर पर रहाणे आउट हुए. इसके बाद तो विकटों की लाइन लग गई. अगले ही ओवर में रोहित शर्मा भी आउट हो गए. इसके बाद धोनी (10), जहीर खान (14), ईशांत शर्मा (0) और मोहम्मद शमी (17) जल्दी जल्दी पवेलियन लौट गए.