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डरबन टेस्ट: पहले बैटिंग करेगा भारत, अश्विन की जगह जडेजा टीम में

डरबन टेस्ट में भारत ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया है. टीम में एक बदलाव किया गया है. ऑफ स्पिनर आर अश्विन की जगह खब्बू ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा को टीम में शामिल किया गया है.

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मेजबान टीम को हराने के लिए टीम इंडिया ने कसी कमर
मेजबान टीम को हराने के लिए टीम इंडिया ने कसी कमर

डरबन टेस्ट में भारत ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया है. टीम में एक बदलाव किया गया है. ऑफ स्पिनर आर अश्विन की जगह खब्बू ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा को टीम में शामिल किया गया है.

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डरबन में टीम इंडिया के पास वह कर दिखाने की चुनौती है जो जोहानिसबर्ग में नहीं हो पाया. ड्रॉ हुए पहले टेस्ट में रोमांचक मुकाबले के बाद आज टीम इंडिया पूरी तैयारी में है. उधर वर्ल्ड नंबर वन दक्षिण अफ्रीकी टीम भी जीत से कम कुछ भी नहीं चाहती, कम से कम वो जीत के साथ अपने टेस्ट ऑलराउंडर जैक कैलिस को विदाई देना चाहती है. मगर आंकड़ें जता रहे हैं कि पलड़ा मेजबानों का नहीं मेहमानों का भारी है. यानी बॉक्सिंग डे पर शुरू होने जा रहे इस निर्णायक टेस्ट में टीम इंडिया के लिए अच्छे संकेत हैं.

पहले टेस्ट में जीत से 8 रन दूर रह गई थी द. अफ्रीका
दक्षिण अफ्रीका और दूसरे नंबर की टीम भारत के बीच पहले टेस्ट के पांचों दिन रोमांचक संघर्ष देखने को मिला और इसे अब तक के ड्रा हुए सर्वकालिक बेहतरीन टेस्ट में से एक माना जा रहा है. टेस्ट इतिहास के सबसे बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए दक्षिण अफ्रीका की टीम सिर्फ 8 रन से जीत से दूर रह गई. दूसरी तरफ भारत हैरान था कि कैसे चार दिन के दबदबे के बाद सिर्फ एक सत्र ने उसकी किस्मत बदल दी.

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पहले टेस्ट में चार दिन टीम इंडिया का दबदबा
मेजबान टीम को तब हैरानी हुई जब भारत ने उसे मुंहतोड़ जवाब दिया. कोहली ने जिम्मेदारी संभाली और वांडर्स में पहली पारी में शतक जड़ दिया जो दक्षिण अफ्रीका में और इस टीम के खिलाफ उनका पहला शतक भी है. दक्षिण अफ्रीका की गेंदबाजी पहले टेस्ट में काफी प्रभावी नहीं रही और टीम इंडिया ने टेस्ट के पहले चार दिन दबदबा बनाए रखा.

दुनिया की नंबर एक टीम दक्षिण अफ्रीका ने भी हालांकि हार नहीं मानी. टीम ने वापसी की और मैच के अंतिम दिन तीन सत्र में लगभग हार की हालत से लगभग जीत की हालत में पहुंच गई लेकिन आखिरकार यह मैच ड्रा रहा और अब सभी की नजरें डरबन पर टिकी हैं. भारत की युवा टीम टक्कर देने को तैयार है.

कहीं थके ना हो टीम इंडिया के गेंदबाज
डरबन टेस्ट से पहले भारत के लिए सबसे बड़ी चिंता का विषय उसके तेज गेंदबाजी आक्रमण में थकावट है. जहीर, मोहम्मद शमी और इशांत शर्मा ने पहले टेस्ट में अधिकांश समय गेंदबाजी की जबकि ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने सहयोगी की भूमिका निभाई. दो टेस्ट के बीच में सिर्फ तीन दिन का अंतर है और यह देखना अहम होगा कि क्या मुख्य गेंदबाज फिट हैं.

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विकेट पर काफी उछाल
इसके अलावा एक सवाल यह कि है कि क्या किंग्समीड में स्पिनर की भूमिका अधिक अहम होगी जहां पिच के धीमी होने की संभावना है. क्यूरेटकर विल्सन गोबीस ने कहा, ‘इस विकेट पर काफी उछाल है जो बल्लेबाजों और गेंदबाजों दोनों के लिए फायदेमंद हो सकता है.’ उन्होंने कहा, ‘यहां पहली सुबह बल्लेबाजी काफी चुनौतीपूर्ण होगी क्योंकि हवा में कुछ नमी रहती है जिसका फायदा उठाया जा सकता है. बेशक मैच आगे बढ़ने के साथ स्पिन भूमिका निभा सकती है, वांडर्स में जितनी मदद मिली उससे अधिक.’ दक्षिण अफ्रीकी टीम हालांकि स्पिनरों की मददगार पिच नहीं चाहेगी.

दक्षिण अफ्रीकी टीम ने यहां पिछला टेस्ट लगभग छह साल पहले जनवरी 2008 में वेस्टइंडीज के खिलाफ पारी और 100 रन से जीता था. तब से मेजबान टीम ने यहां चार टेस्ट गंवाए हैं. इन चारों टेस्ट में टीम कम से कम एक बार 200 रन से कम पर सिमट गई. इससे भी बड़ी चिंता की बात यह है कि टीम ने इन चार मैचों में जो 80 विकेट गंवाए उसमें से 29 विकेट स्पिनरों की झोली में गए.

साल 2010-11 में भारत के पिछले दौरे पर सेंचुरियन में हरभजन सिंह 169 रन देकर सिर्फ दो विकेट हासिल कर पाए थे लेकिन उन्होंने डरबन में 80 रन देकर छह विकेट चटकाते हुए टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई. हरभजन के प्रदर्शन से अश्विन का आत्मविश्वास बढ़ सकता है जिन्हें जोहानिसबर्ग टेस्ट की दो पारियों में एक भी विकेट नहीं मिला.

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वनडे सीरीज जीत चुकी है दक्षिण अफ्रीका
दक्षिण अफ्रीका की टीम हालांकि पहला वार करने में सफल रही. तीन वनडे की श्रृंखला से पहले कोई अभ्यास मैच नहीं था और मेजबान टीम ने इसका फायदा उठाते हुए भारत के खिलाफ कुछ बड़ी जीत दर्ज की.

भारतीय टीम लंबे घरेलू सत्र के बाद यहां आई थी और उसे अधिक जानकारी नहीं थी कि यहां के हालात से कैसे निपटना है. पिछले कुछ समय में सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण जैसे दिग्गज खिलाड़ियों के संन्यास के बाद युवा टीम को काफी कुछ साबित करना था.

वनडे श्रृंखला में हालांकि दुनिया की पांचवें नंबर की टीम दक्षिण अफ्रीका ने 2-0 की जीत दर्ज करते नंबर एक टीम भारत को बैकफुट पर भेज दिया. मेजबान टीम ने जोहानिसबर्ग में 141 रन और डरबन में 136 रन से जीत दर्ज की. जबकि तीसरा वनडे बारिश की वजह से पूरा नहीं हो सका.

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