चैंपियंस ट्रॉफी में छह साल बाद वापसी कर रही भारतीय हॉकी टीम ने जीत के साथ आगाज करते हुए पूल ए के मैच में शनिवार को इंग्लैंड को 3-1 से हराया.
कई नये खिलाड़ियों से सजी भारतीय टीम के लिये दानिश मुज्तबा (22वां मिनट) और युवराज वाल्मीकि (38वां) ने फील्ड गोल किए जबकि गुरविंदर सिंह चांडी (66वां मिनट) ने पेनल्टी कार्नर को गोल में बदला.
इससे पहले इंग्लैंड को 14वें मिनट में मिले एकमात्र पेनल्टी कार्नर को रिचर्ड स्मिथ ने गोल में बदला. लंदन ओलंपिक में आखिरी स्थान पर रहने के बाद पहला बड़ा अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट खेल रही भारतीय टीम आठ देशों के इस टूर्नामेंट में कई नये खिलाड़ियों को लेकर उतरी है.
दूसरी ओर ओलंपिक में चौथे स्थान पर रहने के बाद इंग्लैंड ने भी युवा और प्रायोगिक टीम उतारी है. इंग्लैंड के कई अनुभवी खिलाड़ी अपने काम पर या यूनिवर्सिटी लौट चुके हैं जिससे कई नये युवाओं को मौका मिला.
भारत को रविवार को पूल-ए का दूसरा मैच न्यूजीलैंड से खेलना है. इस पूल में ओलंपिक चैंपियन जर्मनी की टीम भी है जिसने शनिवार के अन्य मैच में न्यूजीलैंड को 3-2 से हराया.
प्रतिस्पर्धी हॉकी का अच्छा नमूना पेश करते हुए भारत की युवा टीम ने हालांकि इंग्लैंड को शुरुआती गोल करने का मौका दे डाला जब स्मिथ की उछलती ड्रैग फ्लिक गोल के भीतर समा गई.
भारत को चार मिनट बाद पहला पेनल्टी कार्नर मिला लेकिन वी आर रघुनाथ की ड्रैग फ्लिक को गोललाइन के पास एक डिफेंडर ने बचा लिया. इंग्लैंड को 21वें मिनट में दो गोल की बढत मिल जाती लेकिन लंबे पास पर डेविड कंडोन का डिफ्लैक्शन गोलमुख से टकरा गया.
भारत के लिये बराबरी का गोल मुज्तबा ने किया. दूसरे हाफ के तीसरे मिनट में वाल्मीकि ने भारत को बढत दिलाई. एस वी सुनील के क्रास पर उसने स्टिक लगाकर गेंद को गोल की तरफ इतनी तेजी से मोड़ा कि गोलकीपर जार्ज पिनर कुछ नहीं कर सके.
नियमित गोलकीपर पी आर श्रीजेश की जगह खेल रहे टी आर पोटुनुरी ने कई गोल बचाये. श्रीजेश को पिछले सप्ताह पर्थ में लैंको सुपर सीरिज के दौरान चोट लगी थी. उनकी जगह सुशांत टिर्की को टीम में शामिल किया गया है.
दूसरे हाफ में सुनील को चोट के कारण स्ट्रेचर पर मैदान से ले जाना पड़ा, इसके बावजूद भारत का दबदबा कायम रहा. इसका फल तीसरे और आखिरी पेनल्टी कार्नर के रूप में मिला जिसे चांडी ने गोल में बदला.
रघुनाथ की ड्रैग फ्लिक को चांडी ने गोल की ओर मोड़ा. भारत ने आखिरी सीटी बजने से चार मिनट पहले तीसरा गोल करके जीत सुनिश्चित कर दी.