भारत के उभरते टेनिस स्टार सुमित नागल ने पिछले हफ्ते यूएस ओपन में कदम रखते ही सनसनी फैला दी थी, जब उन्होंने पहले दौर के मुकाबले में दिग्गज रोजर फेडरर को पहले सेट में हरा दिया. लेकिन अगले तीन सेट जीतकर 38 साल के तजुर्बेकार फेडरर पहले दौर की बाधा पार करने में कामयाब रहे. हालांकि क्वालिफायर सुमित नागल ने अपने खेल से सबका दिल जीत लिया. नागल के ग्रैंड स्लैम तक पहुंचने में भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली का बड़ा योगदान है.
दरअसल, विराट कोहली फाउंडेशन और उनका एथलीट डेवलपमेंट प्रोग्राम पिछले दो सालों से सुमित नागल के प्रशिक्षण खर्च, टूर्नामेंट, पोषण और अन्य आवश्यकताओं को प्रायोजित कर रहा है. नागल ने बॉम्बे टाइम्स को बताया, 'विराट कोहली फाउंडेशन 2017 से मेरी मदद कर रहा है. मैं पिछले दो वर्षों से अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहा था, आर्थिक तंगी से जूझ रहा था. यदि विराट कोहली ने मेरी मदद नहीं की होती, तो पता नहीं क्या होता.'
नागल ने कहा, 'इस साल की शुरुआत में जब मैं एक टूर्नामेंट के बाद कनाडा से जर्मनी के लिए उड़ान भर रहा था, तो मेरी जेब में छह डॉलर थे ... मदद के बाद बस छह डॉलर... तो कल्पना कीजिए किस हाल में था, लेकिन मैं बच गया. अब चीजें बेहतर होती जा रही हैं. अगर लोग खिलाड़ियों की मदद करते हैं, तो देश में खेल को पनपने में मदद मिलेगी. कोहली की मदद मिलना मेरे लिए सौभाग्य की बात है.
पिछले ही महीने 22 साल के हुए सुमित नागल ग्रैंड स्लैम के मुख्य ड्रॉ के लिए क्वालिफाई करने वाले 25 साल में सबसे कम उम्र के भारतीय हैं. फेडरर ने अपने पहले दौर के मैच के बाद नागल की खूब तारीफ की थी. उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि वह बहुत ही ठोस करियर बनाने जा रहा है.'
नागल को दुनिया में 190वां स्थान मिला है, जो उनके करियर की सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग है, लेकिन जब यूएस ओपन के बाद इस अपडेट किया गया तो रैंकिंग में उछाल आना तय है. सुमित ने फेडरर के खिलाफ पहला सेट 6-4 से जीत लिया था. हालांकि इसके बाद स्विस स्टार ने सुमित को वापसी करने का मौका नहीं दिया. फेडरर ने अगले तीन सेट 6-1, 6-2, 6-4 से जीतकर मुकाबले में अपनी प्रतिष्ठा बचाई.